परमात्मा ने मत्स्य बनाने की सोची,तब उसने सागर से बात किया,जब उसने वृक्ष उगाने...
कविता
खत्म हुआ वनवास आजअब राम हमारे आएंगेराजतिलक अब फिर से होगाहम सब खुशी मनाएंगे..।।...
उत्तुंग हिमालय शीश बन खड़ा,सागर वंदन करे चरण रज धोकर,पर्वतराज ऊँचा उठने को कहता...
डाक हिमालय की बर्फीलीलेकर चलीं हवाएं,सुबह-शाम मैदानों कीसांकल चढ़कर खाकाएं। क्रूर-निर्दयी से मर्माहतबार-बार पिस-पिस...
मित्रता कभी मिलने को तरसे,कभी साथ रहने को भी तरसे,इससे अच्छी मित्रता क्या होगी,बिना...
रावण पराक्रमी, बुद्धिमान ज्ञानी था,पर मारा गया श्रीराम के हाथों था,“विनाश काले विपरीत बुद्धि”...
रावण पराक्रमी, बुद्धिमान ज्ञानी था,पर मारा गया श्रीराम के हाथों था,“विनाश काले विपरीत बुद्धि”...
जैसे जैसे कच्चा फल पकता जाता हैनर्म होकर उसका रंग बदलने लगता है,उस फल...
यदि हम दूसरों के लिए प्रार्थनाकरने की आदत डाल लेते हैं तोहमें स्वयं के...
ख़ुशी पाने के लिए दुःख से गुजरनापड़ता है, यही अनुभव भी कहता है,यह अक्सर...
क्रूर-निर्दयी से मर्माहतबार-बार पिस-पिस के,अंधियारे की बांहों मेंचांदनी कसमसा सिसके,रातों पर नागिन बयार केजहर...
मैने सबसे समझौते किए होते हैं, इसलिये हर कोई मुझसे ख़ुश रहता है,मैं सबसे...
1- दोस्ती में ख़ारिज हुआ पर हारा नहीं हूँ स्वस्थ तंदुरुस्त रहने का राज...
क्रूर-निर्दयी से मर्माहतबार-बार पिस-पिस के,अंधियारे की बांहों मेंचांदनी कसमसा सिसके,रातों पर नागिन बयार केजहर...
पैसा ही सब कुछ नहीं होता है,अब तक जो मिला वह बहुत है,और कितना...