मेरा दशहरा इस वर्ष का,जितना कष्टदायक रहा है,उससे अधिक सुखद रहा है,इंसानियत प्रेम जो...
लखनऊ
मंदिर प्रांगण में जेठ के पहले बड़ेमंगल का भंडारा हो रहा था,पंक्ति बद्ध होकर...
सम्भव को सम्भव करनाअसम्भव तो होता नहीं है,किसी बात पर भी कवितालिखना मुश्किल नहीं...
इससे अच्छा क्या होगा कि कोईछोटी छोटी बात पर करे प्रशंसा,स्वीकार करे आपको मुसीबत...
छिति, जल, पावक, गगन, समीर,पाँच तत्व मिल बना अग़म शरीर,सत, रज, तम गुण मानव...
भाई देखो “लातों के भूत,बातों से नही मानते”,यह एक कहावत सुनतेआये हैं हम बचपन...
हे मातु दया कर दे, वर दे, तनस्वस्थ सुखी रखिए रखिये।रोटी, कपड़ा, रहने को...
लखनऊ (राष्ट्र की परम्परा)। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के पश्चात सनातन परम्परानुसार जन्म के...
सच्चाई कड़वी होती है,सोच समझ कर लिखना होगा।बुरा न माने लोग कहीं,कदम फूंक कर...
दो दोस्तों ने दो जगह दो बातें लिखीं,समय, साँसे दो ही वास्तविक धन हैं,दोनो...
आजकल उंगलियाँ निभा रही हैं रिश्ते,पर जुबाँ से निभाने का अवसर कहाँ है,टच में...
क्षमा प्रार्थना का यह तात्पर्य नहीं है,कि हम गलत हैं और दूसरा सही है,हम...
डाक्टर भगवान का रूप होते हैं,अब तक यह कहा जाता रहा है,पर अब ये...
‘बीर भोग्या वसुंधरा’ का अबशायद विचार बदल चुका है,मेहनत का फल तो मिलता है,धरती...
भावनायें पुलकित पुलकित,आशायें भी कम्पित कम्पित,तेरी धुंधली छाया से चित्रित,भूल गया तन रज मंजु...