युद्ध विभीषिका में जहाँ जवान सैनिक,जिसे जानते नहीं उसे जान से मारते हैं,वे न...
कविता
हे शिवशंकर भोलेनाथ तुमअजर अमर अविनाशी हो,महाकाल उज्जैन विराजत,बाबा विश्वनाथ काशी में हो। हम...
केवल गोली, टेबलेट, कैप्सूल याइंजेक्शन ही औषधि नहीं होते हैं,रात में जल्दी सोना, ब्रह्ममुहूर्त...
सबसे बेहतर रंग की तलाश में,काले, सफ़ेद कोट हमने पहना,जय होवे अधिवक्ता साहब की,जय...
सदा रखते हैं जो पवित्र विचार,अच्छी सोच उनकी हो लगातार,बुरे भाव दूर रखने का...
माता पिता बच्चे का तुतलानाभी कैसे पूरी तरह समझ लेते हैं,बच्चा माँगे तोतली बोली...
यथार्थ बोध के बिना,यथार्थ ज्ञान नहीं मिले,यथार्थ ज्ञान के बिना,विनीत भाव नहीं मिले। विनीत...
खामोशी से सभी काम होते हैं,किसान खेत में काम करते हैं,जैसे पेंड़ और पौधे...
कविता की रचना जब कोई कविअपनी कल्पना में जाकर करता है,यदि पाठक रचना में...
सच बोलना मूलभूत प्रकृति वसंवेदनशील सहज प्रवृत्ति है,झूठ सुनकर यदि हमें दुख होता है,ऐसे...
अंबर से धरती तक तीनों लोकों में,चमक रहे सूर्यदेव उनको प्रणाम है।जगत प्रकाशित जिनसे...
हे भोलेनाथ कृपालु हरे,शिव शम्भू हे औढरदानी।दयालु हृदय हे करुणाकर,महादेव की अकथ कहानी॥ निमिषमात्र,...
बड़े बड़े महलों को ढहते देखा है,उन महलों में रहने वालों को देखा है,भूखे...
परंपरा व आस्था पर प्रहार,सरेआम आधुनिक भारत में,अपने ही लोगों के द्वारा देखा,वो रौंद...
वादा करो कि बेलन का उपयोगचपाती बनाने के लिये ही करोगी,वादा दिवस, पति देव...