April 27, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

साफ-सफाई की व्यवस्था एकदम ध्वस्त, जिम्मेदार मस्त

नालियों से उठ रहे बदबू से तंग आकर ग्रामीणों ने खुद उठाया फावड़ा

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों को साफ-सुथरा रखने के लिए प्रदेश सरकार लाखों रुपये का बजट जारी करती है ताकि गांव साफ व स्वच्छ रहे। लेकिन कुछ जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते गांवो में साफ- सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
फरेंदा ब्लाक के करमहवां बुजुर्ग गांव में जाम नालियों से उठने वाले बदबूदार गंदगी से तंग आकर ग्रामीणों ने खुद कुदाल व फावड़ा उठा साफ- सफाई में जुट गए। गांव के ग्रामीणों विश्वनाथ यादव, रामकृष्ण, अरविंद, देव शर्मा, सतीश जायसवाल,ने बताया कि पिछले कई महीनों से गांवों की नालियों की सफाई नहीं हुई है।जिससे नाली पूरी तरह कचरे से जाम हो गई है।नालियों के बदबू से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है वही दूसरी तरफ बदबू से संक्रामक रोग पनपने का खतरा उत्पन्न हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि इसके लिए कई बार सचिव व ब्लाक पर शिकायत की गई लेकिन कोई अधिकारी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा। तंग आकर कुछ ग्रामीणों ने कुदाल व फावड़ा लेकर खुद नालियों की सफाई मे जुट गए।
इस मामले मे सचिव वेद प्रकाश ने बताया की गांव मे महिला सफाई कर्मी की नियुक्ति थी जो सस्पेंड चल रही है।अधिकारियों को समस्या से अवगत करा दिया गया है।