
देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज में आयोजित हुआ चिकित्सा जागरूकता शिविर
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। वायु प्रदूषण से उपज रही बीमारियों को लेकर महर्षि देवराहा बाबा स्वशासी मेडिकल कॉलेज में शनिवार को एक विशेष सतत चिकित्सा शिक्षा (CME) कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां देश के नामचीन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि यदि अब भी नहीं चेते, तो अगली पीढ़ी को शुद्ध हवा नहीं, बीमारियां विरासत में मिलेंगी।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण एक अदृश्य महामारी का रूप ले चुका है, जो हर घर, हर परिवार को चुपचाप प्रभावित कर रही है। इससे बचाव के लिए केवल सरकार नहीं, समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी बनती है।
मुख्य वक्ता के रूप में लंग केयर फाउंडेशन के संस्थापक और बी. सी. रॉय पुरस्कार से सम्मानित डॉ. अरविंद कुमार ने स्पष्ट कहा कि आज हम हवा में जहर भर रहे हैं और यह हमारे फेफड़ों को दिन-ब-दिन खोखला कर रहा है। शिशुओं से लेकर वृद्धों तक, हर कोई इस धीमे ज़हर की चपेट में है।
प्रबंधन विशेषज्ञ डॉ. राजीव खुराना ने अपने संबोधन में प्रदूषण से उत्पन्न गंभीर चिकित्सा संकटों और उनके उपचार के आधुनिक तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अब केवल इलाज से नहीं, रोकथाम की मानसिकता से ही स्वास्थ्य की रक्षा संभव है।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार बरनवाल एवं डॉ. अनुराग शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि मेडिकल कॉलेज, केवल चिकित्सा सेवा का ही नहीं, बल्कि जनजागरूकता का भी केंद्र होना चाहिए। उन्होंने प्रदूषण पर नियंत्रण हेतु सतत चिकित्सा कार्यक्रमों की आवश्यकता दोहराई।
इस दौरान डॉ. एच. के. मिश्रा, डॉ. इकबाल अहमद, डॉ. प्रियंका राय, डॉ. संजीव अग्रवाल, डॉ. पवन त्रिवेदी, डॉ. स्वेता सिंह, डॉ. विकास मित्तल सहित दो दर्जन से अधिक वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित रहे।
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