जहाँ न जाय रवि, वहाँ जाय कवि
कविता की रचना, पाठक काख़ुश होना, कवि का सम्मान है,यह असाधारण क्षमता है, ईश्वरप्रदत्त है, उसका दुर्लभ दान है। दुनिया के किसी विद्यालय में,किसी विश्वविद्यालय में भी,काव्य – कला की…
कविता की रचना, पाठक काख़ुश होना, कवि का सम्मान है,यह असाधारण क्षमता है, ईश्वरप्रदत्त है, उसका दुर्लभ दान है। दुनिया के किसी विद्यालय में,किसी विश्वविद्यालय में भी,काव्य – कला की…
वर्षा का यह जल संचय कर लें——XXXXX——झूम झूम के बरसीं बरखा रानीसावन के महीना, वर्षा का पानी,खेत-खलिहान नदी-तालाब सब,गाँव शहर लबालब हैं पानी पानी। जेठ आषाढ़ सभी अति तरसे,बूंद बूंद…
दीपक अपना परिचय स्वयं नहीं देता है :——XXXXX——मानव जीवन उँगली के निशान कीतरह होता है जो किसी भी दूसरे केनिशान से कभी नहीं मिल पाता है,सबका अलग अलग स्वरूप होता…
सबको ख़ुश रख पाना मुश्किल काम कहते हैं कि सबको ख़ुश रख पानाबहुत ही मुश्किल भरा काम होता है,एक को ख़ुश करो दूसरा अपने आप,बरसाती मेंढक सा फुदक जाता है।…
मेरी रचना, मेरी कविता—●—महत्वकांक्षा कर्तव्यशीलता परही जब भारी पड़ने लग जाती है,महत्वाकांक्षा तभी जीवन हताशाऔर निराशा में बदल जाती है । कर्तव्यपरायणता जब जीवन कीमहत्वाकांक्षा से ऊपर उठ जाती है,जीवन…
संकल्प, साधना व अभीष्ट पूर्ति——XXXXX——संकल्प साधना व अभीष्ट की पूर्तिदृढ़ता से सन्मार्ग का चयन होता है,संकल्प भाव विषयक भी होता है,और अभाव विषयक भी होता है। अभीष्ट क़र्म करना या…
मेरी रचना, मेरी कविताहमारे शब्द और हमारी सोच दोनोही अत्यंत संवेदनशील होते हैं,कभी इनसे नज़दीकियाँ बढ़ती हैं,तो कभी हमारी दूरियाँ बढ़ा देते हैं। इसीलिये कहते हैं तोल मोल के बोल,क्योंकि…
मेरी रचना, मेरी कविता शांति व संतुष्टि खोजिये क्योंकि हमारी,आवश्यकता कभी समाप्त नहीं होती है,जीवन एक लेखनी है जो मसि समाप्तिसे पहले अपनी कहानी लिख जाती है। सभी परिस्थितियों में…
उसका स्मरण, मनन कर——XXXXX——मौत शब्द तो डराने वाला होता है,जिसे सुन हर जीव काँप जाता है,सत्य यह है, कि जीते जी जो कष्ट,होता है, मृत्यु के बाद भूल जाता है।…
वक्त निर्देश शिरोधार्य कर रहा हूँ——XXXXX——कविता लिखना अब शौक़ बन गया है,रचना करने का जुनून पैदा हो गया है,अपने मन कि बात ही तो कह रहा हूँ,किसी से किसी का…
विचारों को पढ़ने मात्र से जीवन में,कोई परिवर्तन नहीं आ पाता है,विचारों को अमल में ले आने सेजीवन परिवर्तित हो सुधर जाता है। गुरु शिक्षा ग्रहण किया जिसने,निज जीवन सुधार…
चिता में जलने के बाद जीवन में निराश होकर रहना औरोंकी चमक देख ही विचलित होना है,उनकी सफलता नहीं संघर्षों से भी,हमने खुद को अवगत करवाना है। अपने सपने सच…
तो हम विश्व गुरु कैसे बन पाएँगे——XXXXX——तो हम विश्व गुरु कैसे बन पाएँगे,अच्छा विद्यार्थी बन पाना मुश्किल,अच्छा शिक्षक बन पाना मुश्किल,जब अच्छे इंसान नहीं बन पायेंगे,तो हम विश्व गुरु कैसे…
मेरी रचना, मेरी कविता विकास के इस जमाने में आज,हम इतने आगे निकल चुके हैं,और इंटर्नेट में इतने रम गए हैं,कि अपने आप में ही खो गए हैं। हाथ में…
——XXXXX—— ईद उल अज़हा के मुबारक मौक़ेपर कुर्बानी जानवर ही की न करें,कुर्बानी करना चाहते हैं तो दोस्तो,जिद, नफ़रत, बदगुमानी की करें। बदमिजाजी, घमंड, मक्कारी वचोरी आदि उन लहजों की…