ज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे
चरित्र की महिमा शांत स्थिर होती हैआचरण जैसे भी हों अनुसरण होते हैंज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे हैंएक दूसरे से बिलकुल अलग होते हैं। ज्ञान देना यहाँ सब…
चरित्र की महिमा शांत स्थिर होती हैआचरण जैसे भी हों अनुसरण होते हैंज्ञान व पैसा बहती धारा के किनारे हैंएक दूसरे से बिलकुल अलग होते हैं। ज्ञान देना यहाँ सब…
ऊँची जितनी दुकान होती है,मिठास उतनी फीकी होती है,ऊँच निवास नीचि करतूती,देखि न सकहिं पराई विभूती। रिश्ते, प्रेम और मित्रता,हर जगह में पाये जाते हैं,सम्मान जहाँ मिलता है,ये ठहर वहीं…
धन दौलत से सुविधायें तो मिलती हैंसुख मिलता है अपनों के प्यार से,सुविधाओं से सुःख मिलता तो किसीको दुःख क्यों मिलता इस संसार से। रिश्ते वही कामयाब होते हैं जोसभी…
कविता पहले पत्नी-पति और संतान आनेपर पत्नी माँ, पति पिता बन जाते हैं,पत्नी गृह लक्ष्मी बन जाती, पति घरमें रहने वाले पतिदेव बन जाते हैं। यह भेद हुआ कैसा, पति-पत्नी,जब…
—-•—- कृतज्ञ हृदय में चुम्बक जैसाप्रेम और आकर्षण होता है।हृदय की विनम्रता से मानवचमत्कार भी कर पाता है॥ जीवन का हर दिन उम्मीदोंपर ही आधारित होता है।और यही उम्मीदों का…
भारत को अब फिर से एक औरसर्जिकल स्ट्राइक की ज़रूरत है,ग़ुलाम कश्मीर में आतंकवाद ख़त्मकरने की तुरंत बड़ी आवश्यकता है। ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहर,शारदा पीठ मंदिर की सुरक्षा हित,पाक की…
अपने मन के विचार और अपनीसोच सबसे बड़ी प्रेरणा होती है,इसीलिए स्वयं प्रेरणा पाने के लियेस्वयं की सोच बड़ी रखनी होती है। जीवन में समस्यायें तो होती हैंपर उनके समाधान…
—•— जागो गोविंद हरि, जागो गोविंद,शयनशैया से शेषशैया बिराजो हरि,जागो गोविंद हरि, जागो गोविंद।जागो गोविंद हरि, जागो गोविंद॥ जागो बैकुंठपति, जागो गरूड़ध्वज,जागो कमलापते, जागो लक्ष्मीपते,जागो गोविंद हरि, जागो गोविंद ।जागो…
शास्त्र कहते हैं कि जब शरीर मरजाता है पर आत्मा जीवित रहती है,वास्तविकता आज की है कि शरीरतो जीवित है पर आत्मा मर चुकी है। शक्ति प्रदर्शन तब ज़रूरी होता…
उम्मीद का दामन थाम कर हीइंसान जीवन में आगे बढ़ता है,कोई जीत गया कोई हार गया,यह उतना महत्व नहीं रखता है। हार जीत हर खेल में होती ही है,व विजेता…
—🌞— डूबते, उदय होते सूर्य को अर्घ्यआज वृत्तधारियों से मिल रहा हैं,प्रकृति से प्रेम अनोखा जागा है,शाम-सुबह का संयोग मिला है। अस्ताचल गामी सूर्य को अर्ध्य उपासकों के द्वारा दिया…
छठिमैया मोरी विनती बारम्बार,स्वीकारौ अर्ध्य हमार।छठिमैया बड़का परब बरत पूजा बा,यामे कौनो पंडित नाहीं,कोउ नाहीं पूजारी,सूरज देवता अर्ध्य लेवत हैं,डूबत उगत तैयारी,डूबत सूरजन का पूजत बासब भोले नर नारी।छठिमैया मोरी…
सूने घर में अकेले सोना वर्जित है,मन्दिर, श्मशान में सोना वर्जित है,सोए को अचानक जगाना ठीक नहीं,विद्यार्थी, कर्मचारी, संतरी व सैनिक,ये अधिक समयतक सोए हों, तो इन्हें,ज़्यादा देर तक सोने…
एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी,किसी एक समझदार शख़्स ने,कह कर सुनाई अपनी ज़ुबानी,जिसने सुना उसको हुई हैरानी,जीवन क्षणभंगुर, न बचती निशानी,एक लोटा पानी, सिकंदर की कहानी। प्यासे सिकंदर को…
मैं कैसे कहूँ प्रभु कि मैं हूँ तुम्हारा,बिना बात की बात का है सहारा,दिन रात स्मरण करता हूँ तुम्हारा,दिन रात जपता हूँ नाम मैं तुम्हारा। शपथ की शपथ हूँ तुम्हें…