कविता

हे राम!

महात्मा गांधी को ईसा मसीह औरमहात्मा बुद्ध जैसा सम्मान मिलता है,लार्ड माउन्ट बेटन ने गांधी जी कीहत्या पर यही लिखा…

2 years ago

नव वंदना

वसन्त पंचमी है शाश्वत शुभ दिन,माँ सरस्वती श्वेतवस्त्र में ख़ुश हैं,पीली सरसों प्रफुल्लित उपवन में,शिशिर जगाता है, वसंत निद्रा में।रचना…

2 years ago

अमीर और अमीर गरीब और गरीब होता गया

क्या देश के ग़रीबों में राष्ट्रभक्तिनहीं या उन्हें तिरंगे से प्यार नहीं है,बिलकुल है, गरीब का भी देश परवही हक़…

2 years ago

समझदारी

स्वयं से मोह इतना भी न करें,कि मात्र अपने को देख पायें,औरों से घृणा भी इतनी न करें,कि अच्छाइयां भी…

2 years ago

जब जब तिरंगा लहराएगा-संजय अगरवाला

जब जब तिरंगा लहराएगासिर गर्व से उठ जायेगा,संघर्ष, बलिदान और समर्पण की गाथाहर घर में गाया जायेगा।संविधान की महिमा बढ़ेगीफैलेगी…

2 years ago

प्रेम बाँटने से बढ़ता है

जिस गुण से आजीविका का निर्वाहहोता हो और जिसकी सभी एक स्वरसे प्रशंसा करते हों, स्वीकार करते हों,वह निश्चित ही…

2 years ago

छेरछेरा परब

हमर मन के गली-खोर म हवय डेरा।माँगे बर आए हवन तुंहर घर छेरछेरा।। धान ह धरागे, पुस पुन्नी के दिन…

2 years ago

कौमी आवाज साकार हुई

——X—— छब्बीस जनवरी गणतंत्र दिवस है,भारत मना रहा खुब धूम धाम से,डंका बजा रहा भारत है दुनिया में,लहराता दिख रहा…

2 years ago

अच्छाई–बुराई

हमारी व्यवहार कुशलता जीवनका वह दर्पण है, इसका जितनाअधिक सदुपयोग किया जाता है,जीवन का प्रकाश उतना ही बढ़ता है। किसी…

2 years ago

व्यापक बृह्म सदा अविनाशी

दैहिक, दैविक, भौतिक तापा,कलिकाल सबहिं कहुँ व्यापा। सत्य प्रसंग असत्य कहि देहीं,औरन कहँ अति मतिभ्रम देहीं। सज्जन साधु सन्त मत…

2 years ago