संत कबीरनगर(राष्ट्र की परम्परा)। संसद से विपक्षी दलों के 142 सांसदों के निलम्बन के विरोध में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष अब्दुल कलाम के नेतृत्व में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर केंद्र की मोदी सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अब्दुल कलाम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरी तरह एक तानाशाह के रूप में सरकार चला रहे हैं। देश के संसदीय इतिहास में पहली बार किसी सत्र के दौरान 142 सांसदों को निलंबित किया गया। आखिर इन सांसदों द्वारा संसद की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से बयान देने की मांग ही तो की जा रही थी।
पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण उर्फ जय चौबे ने कहा कि संसद भवन सबसे सुरक्षित जगह माना जाता है। सदन चलने के दौरान सदन की सुरक्षा को तार-तार करते हुए हमलावर सदन के भीतर पहुंच कर जहरीली गैस स्प्रे करने लगते हैं। मौजूद सांसदों ने जांबाजी का परिचय देते हुए उन्हें पकड़ा। उन्होंने कहा कि यह सरकार संसद भवन की सुरक्षा नहीं कर सकती तो देश की सुरक्षा कैसे करेगी।
पूर्व विधायक श्री चौबे ने कहा कि घटना के बाद गृहमंत्री और प्रधानमंत्री को सदन में आकर सांसदों को सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए थी। बस इतनी सी मांग करने के चलते विपक्षी दलों के 142 सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि देश की जनता मोदी सरकार की तानाशाही देख रही है। आगामी 2024 के आम चुनाव में जनता भाजपा को उसकी औकात बता देगी।
वरिष्ठ सपा नेता जयराम पाण्डेय ने कहा कि केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी तानाशाही का इतिहास बनाने में जुटे हैं। संसद भवन लोकतंत्र का मंदिर है और और इस मंदिर की सुरक्षा भगवान भरोसे है। 2024 में केंद्र से मोदी सरकार की विदाई के साथ ही यूपी से योगी सरकार भी विदा हो जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष बलिराम यादव, वरिष्ठ नेता सुनील सिंह, रामदरश यादव, कोमल यादव, रामबृक्ष यादव, राम सुरेश चौरसिया, महेंद्र पासवान सहित सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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