
विशाखापत्तनम/नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया। इस वर्ष योग दिवस की थीम थी “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”। मुख्य आयोजन रामकृष्ण बीच से भोगापुरम तक फैले 26 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में आयोजित हुआ, जिसमें करीब 3 लाख लोगों ने सामूहिक योग सत्र में भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “योग सीमाओं, उम्र, पृष्ठभूमि या क्षमता से बंधा नहीं है। यह दुनिया को जोड़ने का माध्यम है।” उन्होंने बताया कि भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस का प्रस्ताव रखे जाने पर 175 देशों ने इसका समर्थन किया था, और आज योग दुनिया के करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है।
पीएम मोदी ने कहा, “आज सिडनी ओपेरा हाउस से लेकर एवरेस्ट की ऊंचाइयों तक, समुद्र की गहराइयों से लेकर सभागृहों तक, हर जगह योग अपनाया जा रहा है। यह मानवता के लिए योग 2.0 की शुरुआत का समय है – जहां आंतरिक शांति को वैश्विक नीति का हिस्सा बनाया जाए।”
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने स्वयं प्रतिभागियों के साथ योग किया। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी मंच पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री ने योग को न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाया और इसे वैश्विक कल्याण के आंदोलन में बदल दिया।”
मुख्यमंत्री नायडू ने बताया कि इस बार योग दिवस 175 से अधिक देशों में 12 लाख से ज्यादा स्थानों पर मनाया जा रहा है, जिसमें 10 करोड़ से अधिक लोग भाग ले रहे हैं।
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