December 3, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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मिलावटी मिठाईयों का हो रहा कारोबार,विभाग मौन

नकली और मिलावटी, घटिया किस्म मिठाइयों का चलन, विभाग मौन

दीपावली पर मिलावटी मिठाईयां लोगो के स्वास्थ्य के लिए हो सकती है हानिकारक

महराजगंज (राष्ट्र की परम्परा)। दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही नकली, मिलावटी, घटिया किस्म के सामानों से बनी मिठाइयों का चलन शुरू हो गया है। त्योहारी सीजन में नकली मिठाईयां खपाने और मोटा मुनाफा कमाने वाले मिलावटखोर सक्रिय हो गये हैं। ऐसे में मिलावटी मिठाईयों से आमलोगों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हो सकता हैं। फूड एंड सेफ्टी विभाग मिलावटखोर कारोबारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की जहमत भी नहीं उठा रहा है। ऐसे में विभाग मात्र खानापूर्ति के लिए छिट-पुट दुकानों से मिठाइयों को सैंपलिंग कर इतिश्री कर लेता होगा। प्राप्त समाचार के अनुसार महराजगंज जनपद से सटे भारत नेपाल अंतर्राष्ट्रीय बार्डर का अति महत्वपूर्ण कस्बा ठूठीबारी, निचलौल, सोनौली, नौतनवां, परसा मलिक, बरगदवां, सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के चौक चौराहों पर स्थित मिठाईयों की दुकानों पर रंग-बिरंगी, आकर्षक नकली और मिलावटी मिठाई का धंधा धड़ल्ले से फल फूल रहा है जो मानव स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसान दायक हो सकता है। हालांकि स्वास्थ्य एवं फूड सेफ्टी विभाग द्वारा इसे रोकने का भरपूर प्रयास भी नहीं किया जा रहा है। जब त्योहार नजदीक आते हैं तो विभाग सिर्फ खानापूर्ति के लिए छिटपुट दुकानों की मिठाइयों को सैंपलिंग कर इतिश्री कर लेता है और सिर्फ खानापूर्ति होकर रह जाती है। इसी वजह से कारोबारी नकली और मिलावटी मिठाई धड़ल्ले से बाजार में बेचने से कोई कोर कसर नहीं छोड़ते है। दीपावली जैसे त्योहारों पर मिठाईयों का विशेष महत्व होता है। लेकिन बाजार में मिलने वाली ज्यादातर मिठाइयां नकली या मिलावटी हो सकती है। सूत्रों की माने तो नकली खोया को खपाने की तैयारी चल रही है। अधिकतर दुकानदार सिंथेटिक दूधऔर अन्य सामान धड़ल्ले से तैयार करते हैं इसमें प्रयोग की जाने वाली चीजें इतनी घातक होती हैं कि कल्पना भी नहीं की जा सकती। इसके बाबजूद दुकानदार नकली मिठाई खपाने के जुगत में जुटे हुए हैं। ऐसे में मिठाईयों की खरीदारी करने से पहले सावधानी बरतना भी आवश्यक है।