बरहज/देवरिया(राष्ट्र की परम्परा)
अस्पताल चलाने के मानक में असफल हो जाने पर बरहज नगरपालिका में संचालित दो अवैध दांत के अस्पतालों को सोमवार को स्वास्थ्य विभाग देवरिया की टीम ने सीज कर दिया। सीज होने की जानकारी मिलते ही नगर में गैर पंजीकृत अस्पतालों एवं झोला छाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। यह कार्यवाही जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में की गई।
बताते चलें कि नगर में रुद्रपुर रोड़ पर डा विश्वामित्र मिश्रा का दांत का अस्पताल, पिछले 20 वर्षों से संचालित है। वहीं दूसरी जगह बीडीएस डिग्री धारी डा. शैलेन्द्र जायसवाल ने बरहज डेंटल क्लीनिक के नाम से अस्पताल खोल रखा है। दोनों अस्पतालों पर पिछले माह में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर अस्पताल चलाने का प्रमाण पत्र मांगा था, जिसको दोनों चिकित्सक नही दिखा पाने में असफल रहे। जांच टीम ने दोनों को तत्काल जिले से अस्पताल चलाने का प्रमाण पत्र प्राप्त करने का निर्देश दिया था, इसके बावजूद उन्होंने सरकारी आदेश की अनदेखी कर धड़ल्ले से अस्पताल चलाते रहे। सोमवार को एक बार फिर सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग टीम दोनों अस्पतालों पर पहुंची। टीम में डिप्टी सीएमओ डॉ आरपी यादव, डॉ अजय पाल एवं डॉ मूल चंद चौधरी शामिल रहे। जांच टीम ने दोनों चिकित्सकों से अस्पताल चलाने का पंजीयन प्रमाणपत्र माँगा गया लेकिन, उनके द्वारा एक बार फिर प्रणाम पत्र नही दिखाया गया। इस पर जांच टीम ने दोनों अस्पतालों को सीज कर दिया। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सीज करने की कार्यवाही नियमत: की गई है। कोई गैर पंजीकृत अस्पताल संचालित नही होने दिया जाएगा।
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