
गोरखपुर (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) सावन मास की पावन महाशिवरात्रि पर पूरा प्रदेश शिवमय हो गया। अलसुबह से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं और ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष से वातावरण गूंज उठा। भक्तों ने जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और पुष्प अर्पित कर भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया।
इस पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने भी विधिवत पूजा-अर्चना की। गोरखनाथ मंदिर स्थित श्री गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में स्थित शिवमंदिर में उन्होंने ब्रह्ममुहूर्त में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन यज्ञ कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि, शांति और आरोग्य की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाशिवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और साधना का दिन है। शिव की उपासना से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अधर्म पर धर्म की विजय का भाव जागृत होता है।
पूरे प्रदेश में इस पर्व को लेकर विशेष उत्साह देखा गया। लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, मथुरा, अयोध्या, झांसी और मेरठ जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी शिवमंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया था। श्रद्धालु तड़के से ही जलाभिषेक के लिए मंदिरों में उमड़ पड़े। महिलाओं और युवतियों ने विशेष व्रत रखकर शिव की आराधना की।
पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। गंगा घाटों और प्रमुख मंदिरों के आसपास ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। यातायात व्यवस्था को भी सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस तैनात रही।
शिवभक्तों की सेवा में कई स्वयंसेवी संगठनों और प्रशासन द्वारा जलपान, मेडिकल कैंप, और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम भी बने आकर्षण का केंद्र
महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में विभिन्न स्थानों पर शिव तांडव स्तोत्र, भजन संध्या, कथाओं व शिव-बारात का आयोजन भी हुआ। गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर परिसर में भक्तों ने भक्ति संगीत के बीच रात्रि जागरण किया।
समापन पर सीएम का संदेश:
पूजनोपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और सभी से “धर्म, सेवा और राष्ट्रभाव से प्रेरित होकर समाज में सकारात्मकता फैलाने की अपील की।”
More Stories
पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़, पस्त हुए बदमाशों के हौसले
मासूम मुस्कानें बुझीं: मुजफ्फरपुर में डूबकर पांच बच्चों की दर्दनाक मौत
डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन को मिला ऋषिका गार्गी सम्मान