Categories: कविता

“ना बहन रोए, ना बहू”

रिश्तों में मोहब्बत का दिया जलना चाहिए,
ना बहन रोए, ना बहू को तन्हा रहना चाहिए।

जिस घर में बेटियों को मिले ताज सा मान,
उस घर में बहुओं को भी मुकुट मिलना चाहिए।

रिश्तों में तराज़ू बराबर रहना चाहिए,
ना कोई भारी, ना कोई हल्का होना चाहिए।

जब मन बँटते हैं तो घर भी बिखर जाते हैं,
दिल से दिल की राह को जुड़ना चाहिए।

ना बहनों को ग़लत समझो, ना बहुओं को कम,
हर रिश्ते को अपना अपनापन देना चाहिए।

दिल अब कहे, नफ़रत की हवा रुक जाए,
‘सौरभ’ प्यार का दीप हमेशा जलना चाहिए।

  • प्रियंका सौरभ
rkpNavneet Mishra

Share
Published by
rkpNavneet Mishra

Recent Posts

ड्राई स्कैल्प से हैं परेशान? अपनाइए ये 3 घरेलू उपाय, एक हफ्ते में मिलेगी राहत

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा न्यूज़ | हेल्थ डेस्क)। क्या आपको भी बार-बार सिर में…

5 minutes ago

ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों के लिए खुशखबरी: जीमेल में आया नया ‘Purchases’ टैब फीचर

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा न्यूज़ | टेक डेस्क)। त्योहारी सीजन से पहले गूगल ने…

14 minutes ago

भारत-पाकिस्तान भिड़ंत: एशिया कप 2025 का महामुकाबला आज दुबई में

दुबई (राष्ट्र की परम्परा न्यूज़ | खेल डेस्क)। एशिया कप 2025 के सबसे बड़े मुकाबले…

21 minutes ago

📰🌟 दैनिक राशिफल – रविवार, 14 सितम्बर 2025 🌟

✍️ पंडित ध्रुव मिश्र🔮 आज का विशेष👉 आज का दिन मेष, सिंह, कन्या, मकर और…

50 minutes ago

प्रधानमंत्री मोदी ने गुवाहाटी में मनाई डॉ. भूपेन हजारिका की 100वीं जयंती, जारी किया स्मारक सिक्का और डाक टिकट

गुवाहाटी (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका…

57 minutes ago

वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025: सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनाएगा आदेश

नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा)। सुप्रीम कोर्ट सोमवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की संवैधानिक…

1 hour ago