January 16, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक में पत्रकार पर पिस्टल ताने जाने के प्रकरण में जांच जारी

बैंक में बुजुर्ग महिला को मां बहन की गाली देने के विरोध पत्रकार ने की थी तो तान दी थी पिस्टल

भाटपार रानी/देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। मामला देवरिया जिले के भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के सोहनपुर बजार स्थित बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक शाखा सोहनपुर में विगत कुछ माह पूर्व में एक सम्मानित पत्रकार के सामने ही बुजुर्ग महिला के मां बहन की भद्दी गाली देने का है जहां कैशियर द्वारा बैंक खाताधारक महिला को भगा दिए जाने एवं मौके पर मौजूद रहे सम्मानित पत्रकार द्वारा विरोध करने पर पत्रकार को ललकारते हुए अंदर आने पर गोली मारने की धमकी सहित सम्मानित पत्रकार/तहसील प्रतिनिधि पर पिस्टल से हमला कर पिस्टल ताने जाने का है।जिसकी जांच मामले का संज्ञान लेते हुए बैंक के उच्च अधिकारी जन के द्वारा कराई जा रही है। वहीं जब इस प्रकरण में 31 दिसंबर मंगलवार को जांच अधिकारी ने संबंधित शाखा सोहनपुर बजार थाना बनकटा पर पहुंच कर घटना के समय मौजूद एवं खुद के साथ घटित घटना के बारे विस्तार से पत्रकार बृजेश मिश्र के बयान लिए हैं अपने साथ आप बीती एवं खुद के सामने एक वृद्ध महिला की मां बहन को ऑन ड्यूटी कैशियर द्वारा गाली दे कर भगाए जाने पर खुद के द्वारा सम्मान जनक तरीके से मैनेजर/कैशियर को बात करने को कहने की बात पर बताते हुए पत्रकार ने बताया है कि इतना कहने मात्र से ही पत्रकार को भी भद्दी गाली के साथ जान से मार देने को ललकारते हुए अंदर बुला कर जान लेने के नीयत से ही पिस्तौल से हमला कर मेरे सिर पर तान दिया था। खुद को पत्रकार एवं स्वयं भी बैंक का खाता धारक होने सहित जनता के द्वारा निरंतर बैंक कर्मियों के द्वारा आम जनता के साथ साथ ही कुछ संभ्रांत जन से भी दुर्व्यवहार किए जाने की निरंतर शिकायतें सामने आते रहने के बीच घटना के रोज स्वयं अपने पासबुक सहित बैंक शाखा में मौजूद होने एवं सुरक्षा कर्मचारी के पास सांसद के आगमन होने पर खबर कवरेज करने/शिकायत के लिए सुरक्षा कर्मी के बगल की कुर्सी पर कुछ देर बैठे रहने जबकि कुछ समय बाद आगमन में देर होते देख शाखा पर तैनात शाखा प्रबंधक से अपने पासबुक अपडेट करने के आग्रह करने एवं खुद को करीब 20 मिनट पूर्व से लगातार मिलते रहे शिकायत के अनुरूप खुद को खड़ा कराए रक्खे जाने।एवं इस बीच एक बुढ़ि लाचार महिला को आन ड्यूटी कैशियर से अपने खाते से करीब पांच हजार के आस पास के रुपए निकासी हेतु पासबुक कैशियर को देने पर कैशियर के द्वारा बुजुर्ग महिला को भद्दी भद्दी गालियां दे भगा दिए जाने से आहत महिला के रोने पर खुद के भावनाओं को भारी ठेस पहुंचने की बात बताया है पत्रकार का कहना है चूंकि मैं एक खाता धारक सहित तहसील का रिपोर्टर/पत्रकार होने के नाते खुद के सामने ऐसा होते देख खुद को भी अपमानित महसूस कर खुद के द्वारा कैशियर से महिला को गाली नहीं देने के आग्रह किए जाने की बात बताया है बताया है कि कैशियर महोदय यह गाली केवल उस महिला को नहीं आप हमें भी दे रहे हैं।फिर आग बबूला हो कर पत्रकार के ही मां बहन आदि की भद्दी गलियों सहित कैशियर के द्वारा ललकारते हुए अंदर आ जाओ तो गोली मार देंगे जैसी धमकी दे कर ललकारने पर अंदर जाते ही शाखा प्रबंधक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा खुद को पकड़ लिए जाने एवं इस बीच ही काउंटर से बाहर आ कर खुद पर पिस्टल के बट से वार कर अवैध तरीके से आन ड्यूटी अपने साथ रखे गए पिस्टल से फायर झोंकने के कोशिश कर पत्रकार ने खुद के जान लेने की नियत से कैशियर द्वारा सिर पर वार करने के उपरांत खुद को होते हुए भी बाहर निकल जाने एवं इस बीच बैंक में 50 से अधिक की संख्या में भीड़ मौजूद होने सहित स्थानीय पुलिस द्वारा सूचना पर मौके पर पहुंच तो उक्त महिला जिसे गाली दे कर भगाया गया था के सहित कैशियर को भी थाने ले कर जाने एवं वहां भी खुद को मौजूद रहने की बात बताया है। साथ ही कैशियर द्वारा स्थानीय थाने पर खुद को ब्लड प्रेशर का मरीज होने के कारण खुद से महिला के साथ दुर्व्यवहार हो जाने सहित घटना क्रम के दौरान बैंक का कैश सुरक्षित पाए जाने की जानकारी दे दिए जाने के उपरांत दोनों पक्ष सहित खुद के द्वारा जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अभिजीत यादव के उपस्थित रहने पर अपना खुद का एवं दोनों पक्ष द्वारा हस्ताक्षर कर बिना किसी जोर दबाव के सहानुभूति के साथ समझौता कर कर लिए जाने पर खुद के भी हस्ताक्षर किए जाने की जानकारी दी है। आखिर में उपरोक्त से कोई भी शिकवा शिकायत नहीं होने की बात है। साथ ही सीधा किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं होना बताया है। बताया गया है कि उक्त दिवस जो कुछ भी प्रतिरोध हमारे द्वारा हुआ एक बैंक ग्राहक /सम्मानित दैनिक अखबार के पत्रकार होने के नाते अपना विरोध दर्ज किया गया था।ताकि भविष्य में इससे कर्मचारियों द्वारा आम ग्राहक के साथ दुर्व्यवहार न हो। जबकि वहीं विशेष सूचक के तौर पर:–घटना क्रम को काफी समय बीत चुका होना बताते हुए घटना के विवरण के अक्षरशः याद नहीं रहने से पूर्व में दिए बयान से आंशिक भिन्नता होना संभव बताया है।