इजरायल (राष्ट्र की परम्परा)दुनिया की निगाहें फिर से खाड़ी क्षेत्र पर टिक गई हैं, लेकिन इस बार चर्चा का केंद्र बिंदु पाकिस्तान बन गया है। इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच, पाकिस्तान का एक जहाज इजरायली ड्रोन हमले का शिकार हुआ है। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने इस हमले की जानकारी साझा करते हुए इसे गंभीर बताते हुए इजरायल पर गंभीर आरोप लगाए। उनका दावा है कि यमन के रास अल इशा पोर्ट पर खड़े पाकिस्तानी एलपीजी टैंकर को इजरायल ने निशाना बनाया।
इस जहाज पर कुल 27 लोग सवार थे, जिनमें 24 पाकिस्तानी, 2 श्रीलंकाई और 1 नेपाली नागरिक शामिल था। ड्रोन हमले के कारण जहाज में आग लग गई, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने इसे नियंत्रण में कर सुरक्षित बताया। इस हमले ने पाकिस्तान और सऊदी अरब के हाल ही में हुए डिफेंस समझौते पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। समझौते के तहत किसी देश पर हमला दूसरे देश पर हमला माना जाएगा, लेकिन इजरायली ड्रोन ने जहाज को ऐसे निशाने पर लिया कि सऊदी अरब के लिए विरोध जताना मुश्किल हो गया।
विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल ने जानबूझकर इस एलपीजी टैंकर को निशाना बनाकर पाकिस्तान की ऊर्जा आपूर्ति और खाड़ी क्षेत्र में रणनीतिक स्थिति पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है। इस हमले ने खाड़ी में सुरक्षा और राजनीतिक संतुलन को लेकर नई बहस को जन्म दे दिया है।
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