Category: कविता

पत्थर की पूजा जीवित से डरते हैं

——*—— सफलता के ऊँचे सोपान पर कोईअपने बल पर जब पहुँच जाता है,तो पहचानने वाले नज़दीक होते हैं,पर संघर्ष के समय सब दूर रहते हैं। पत्थर के मूषक को सब…

स्मृतियों का एहसास कराती है

कविता स्मृतियों की सुखद याद बेलों कीतरह हृदय में जड़ें जमाती रहती हैं,कालान्तर में यह बेलें उपवन बन,स्मृतियों का भान कराती रहती हैं। स्मृतियाँ ये सुखद फलों की जिसमिठास की…

प्रभुता व प्रतिभा

मेरी कविता प्रभुता पाई काहि न मद होई,प्रतिभा पाई सदा यश होई,असफलता से बात न बनती,पाई सफलता आराम न होई। भाग्य से मिली सफलता कैसी,बिन गुरू ज्ञान की प्रतिभा जैसी…

अभिमान : स्वाभिमान

कविता जन्म से लेकर मृत्यु तलकका सफ़र बहुत ही लम्बा है,बचपन से वृद्धावस्था तलकजीवन का सफ़र झरोखा है। मेरा तेरा करते करते हमसबने सारी उम्र बितायी है,मेरा तेरा ना छोड़…

विश्व ह्रदय दिवस: भारत स्वच्छता दिवस

विश्व हृदय दिवस की आज बधाई है,आज ही भारत स्वच्छता दिवस भी है,आइये मिलकर सब कोशिश करें,हृदय निर्माल्य पर भी तनिक ध्यान दें‌। निन्दा, शिकवा, वैर और वैमनस्य,उच्च – नीच,…

कारवाँ बनता गया

लेखक और कवि हो जाना,क्या इतना मुश्किल होता है,जीवन में कभी न कभी हर एकव्यक्ति लेखक और कवि होता है। याद करो अपना विद्यार्थी जीवन,जब निबंध परीक्षा में लिखते थे,जितना…

जीवन पल दो पल का खेला है

इक पल हक़ में हो होता है तेरे,इक पल ख़िलाफ़ हो जाता है,जीवन पल दो पल का खेला है,दुनिया आते जाते का मेला है। हक़ में हो तो ग़ुरूर मत…

याद किये जाते हैं वे लोग

याद किये जाते हैं वे लोगजो परोप कारी होते हैं,अपनी कृतियों से, सदकर्मोंसे सच्चे इंसान जो होते हैं । यद्यपि याद करना और यादआना, दो अलग अलग बातें हैं,वैसे तो…

पैसा : कितने नाम बदलता है

दादा बड़ा न भैया,सबसे बड़ा रुपैया ।सब पैसे का खेल है,और कछू ना भैया ।। मंदिर मे दिया जाऊँ तोहमें लोग चढ़ावा कहते हैं,स्कूल कालेज में शिक्षा शुल्क,शादी में दो…

मेरी कविता: मानव के क़र्म और नियति

योग्यता कर्म से ही पैदा होती है,जन्म से तो व्यक्ति शून्य होता है,जीवन के अनुभव सुख दुःख देते हैं,ज्ञान व अनुभव जीवनाधार होते हैं। जब इंसान करवट लेता हैतो दिशा…

अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस आज है

——XXXXX—— बेटियों, बहनों, माताओं सबकाअंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस आज है,मातृशक्ति वंदन क़ानून बना है,आप सभी को अनंत बधाईयाँ हैं। आधी आबादी को पचास प्रतिशतआरक्षण अधिकार मिलना चाहिये,जिसकी जितनी जनसंख्या, उसकोउतनी ही…

समय

कविता समय की चाल भीअनोखी हैयूं ही चलती रहती हैजब हो किसी काइंतजार,तो काटे नहीं कटती हैऔर हो अगर जल्दीतो सरपटदौड़ लगाती हैकहते हैंसमय से अच्छाकोई दोस्त नहीं होतागर करो…

मेरी कविता : सकारात्मक सोच

घड़ी की क़ीमत कितनी भी होसमय नहीं वश में कर पाती है,कितना भी शक्तिमान कोई होनियति न कभी वश में आती है। पद की महिमा से मिला मान,क्षण भंगुर सा…

कवि और समालोचक

हे कविवर, आपसे क्या कहूँ,आप कवि हृदय तो हैं ही,शब्दों के जादूगर और एक़अच्छे, सच्चे इंसान भी तो हैं। आप में मौजूद देशकाल, इतिहास,संस्कृति, समाज, राजनीति व,मानवता की प्रामाणिक ज्ञानप्राप्त…