वर्षा का यह जल संचय कर लें——XXXXX——झूम झूम के बरसीं बरखा रानीसावन के महीना,...
कविता
दीपक अपना परिचय स्वयं नहीं देता है :——XXXXX——मानव जीवन उँगली के निशान कीतरह होता...
सबको ख़ुश रख पाना मुश्किल काम कहते हैं कि सबको ख़ुश रख पानाबहुत ही...
मेरी रचना, मेरी कविता—●—महत्वकांक्षा कर्तव्यशीलता परही जब भारी पड़ने लग जाती है,महत्वाकांक्षा तभी जीवन...
संकल्प, साधना व अभीष्ट पूर्ति——XXXXX——संकल्प साधना व अभीष्ट की पूर्तिदृढ़ता से सन्मार्ग का चयन...
मेरी रचना, मेरी कविताहमारे शब्द और हमारी सोच दोनोही अत्यंत संवेदनशील होते हैं,कभी इनसे...
मेरी रचना, मेरी कविता शांति व संतुष्टि खोजिये क्योंकि हमारी,आवश्यकता कभी समाप्त नहीं होती...
उसका स्मरण, मनन कर——XXXXX——मौत शब्द तो डराने वाला होता है,जिसे सुन हर जीव काँप...
वक्त निर्देश शिरोधार्य कर रहा हूँ——XXXXX——कविता लिखना अब शौक़ बन गया है,रचना करने का...
विचारों को पढ़ने मात्र से जीवन में,कोई परिवर्तन नहीं आ पाता है,विचारों को अमल...
चिता में जलने के बाद जीवन में निराश होकर रहना औरोंकी चमक देख ही...
तो हम विश्व गुरु कैसे बन पाएँगे——XXXXX——तो हम विश्व गुरु कैसे बन पाएँगे,अच्छा विद्यार्थी...
मेरी रचना, मेरी कविता विकास के इस जमाने में आज,हम इतने आगे निकल चुके...
——XXXXX—— ईद उल अज़हा के मुबारक मौक़ेपर कुर्बानी जानवर ही की न करें,कुर्बानी करना...
पहले आप पहले आप भूल गये——XXXXX——बुत पत्थरों की भाँति ख़ामोश हैं,आज लोगों के रिश्ते...