‘आदित्य’ की दो कविताएं
१- हर मनोकामना आपकी पूर्ण हो शुभ पर्व प्रकाश है दीपावली का,सभी प्रियजनो को हार्दिक बधाई,व अनन्त शुभकामनायें प्रस्तुत हैं,खील, लाई ,शुद्ध घी की मिठाई।दीपमालिका किरणें रोशन हो,आपके जीवन में…
१- हर मनोकामना आपकी पूर्ण हो शुभ पर्व प्रकाश है दीपावली का,सभी प्रियजनो को हार्दिक बधाई,व अनन्त शुभकामनायें प्रस्तुत हैं,खील, लाई ,शुद्ध घी की मिठाई।दीपमालिका किरणें रोशन हो,आपके जीवन में…
श्रीराम आइये अवधपुरी में अब, ज्योत्सना जली है लाखों दीपों की, रोशन अवधपुरी का हर कोना है, हमको इंतज़ार है आपके आने की। चौदह बरस बीत गये हैं तुम बिन,नैना…
दीवाली के दो दिन पहले धनतेरसका पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष कीत्रयोदशी को अति धूम धाम केसाथ हर वर्ष मनाया जाता है । समृद्धि की देवी लक्ष्मी माता,आयुर्वेद के भगवान धन्वंतरि,जो…
दीप हूं मैं,दुश्मनी मेरी अंधेरों से सदा से व्यर्थ ही यह हवा मुझसे बाहुबल है आजमाती। भोर लाने के लिए संघर्ष मेरा अनवरत है बूंद अन्तिम तैल की तम से…
दीवाली का हम सब इंतज़ार करते हैं,प्रथम पूज्य श्रीगणेश की पूजा कर,माता श्री लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं,श्रद्धापूर्वक दीवाली का पर्व मनाते हैं। त्रेता में सीता जी को लेकर…
करता था सो क्यों किया,अब करि क्यों पछताय।बोया पेड़ बबूल काआम कहां से खाये॥ बुरा मत सोचो, बुरा मतकहो और बुरा मत देखो,गांधी जी के तीनों बानरों,जैसा सबका जीवन होय,किसी…
बुझा दीपक कैसे जलेगाबाती भी सुलग चुकी है,चिकनाई ही कहाँ बची हैरोशनी भी बुझ चुकी है,निर्झर झर पवन बहतीझकझोर लव को गई है,बुझा दीपक कैसे जलेगाबाती भी सुलग चुकी है…
त्योहार परम पुण्य पुरुषार्थ यह,दीपावली शुभ दिव्यार्थ मय यह,द्वार द्वार दीप ज्योति जलती रहे,तिमिर नाशक द्वंद्व युद्ध चलता रहे। जीत जायेगी प्रकाश पुंज लालिमा,होगी पराजित ये घनघोर कालिमा,दीप ज्योति पर्व…
मेरा दीपक हवा के खिलाफकैसे और क्यों कर जलता है,क्योंकि मैं तो अमन पसंद हूँ,मेरे शहर में शोर मत मचाओ,जाति धर्म के रंग में मत बाँटोमेरी छत पर ये तिरंगा…
भूखे भजन न होहिं गोपाला भूखे भजन न होहिं गोपाला।ले तेरी कंठी ले तेरी माला ॥कोई कैसे यह बात मान ले।कोई कैसे कोई वृत रख ले। आज निर्जला वृत है…
दोस्त की खोज तो सभी करते हैं,अच्छे दोस्त की खोज जो करते हैं,छोटे दिल के होते हैं बड़े दिल वालेतो हर दोस्त को अच्छा बना लेते हैं। किसी के लिए…
“आ बैल मुझे मार”वाली हालत हो गई है,क्योंकि वो बैठे हुये हैं“कान में तेल डाल कर”।उनके तो “आम के आम”गुठलियों के दाम हैं,“आसमान पर चढ़ना”जैसा जीवन हो गया है। उनका…
चाँदनी का नियंत्रण सभी इंद्रियों पर,चंद्रमा जादूगर है आत्मा परमात्मा का,शरद पूर्णिमा आश्विन मास की आज,कोजागरी पूर्णिमा नाम है इसका। माता लक्ष्मी आज रात को भ्रमणहेतु यही देखने धरती पर…
चरण स्पर्श से ऊँचा हृदय मेंमान सम्मान व प्रेम होता है,किसी को प्रणाम करने सेउसका आशीर्वाद मिलता है। जो भी अच्छा करता है इंसान,वही तो उसे वापस मिलता है,मान करता…
पत्थर रगड़ इंसान ने आग था खोजाऔर इंसान इंसान से ही जलने लगा,बिना कपड़ों के बहुत इंसान देखे हैं,उनके तन पर लिबास भी नही होता । बहुत से धनवान देखे…