कविता

विनती महादेव से

बचपन के मित्र हैं हम दोनोंएक साथ खेले और कूदे हैं,साथ साथ पढ़े लिखे भी हैं,साथ साथ ही बड़े भी…

4 months ago

वसुधैवक़ुटुम्बकम् की सोच

बसुधैवक़ुटुम्बकम् की सोच,बहुत ही पुरानी सी लगती है,इस विचार पर बात करना भी,बहुत ही अजीब सी लगती है। यह सारा…

4 months ago

फ़िल्मों की संस्कारहीनता

क्या क्या दिखलाया जाता भोलीभाली भारतवर्ष की हमारी जनता को,हिंसा खुलेआम नंगापन, छल कपट,नीचा दिखलाना भाई का भाई को। जो…

4 months ago

सोशल मीडिया: श्वेत – श्याम

जब सोशल मीडिया सकारात्मकभूमिका अदा करता है तब किसी भीव्यक्ति, संस्था, समाज व देश कोसब तरह से समृद्ध बनाया जाता…

4 months ago

रिवाज, धौंस जमाने का

आज एक दूसरे को नीचा दिखाने का,हर किसी को ख़ुद से कम आंकने का,झूठ फ़रेब के सहारे बदनाम करने का,रिवाज…

4 months ago

ॐ नमों नारायण

वह शक्ति हमें दो नारायण,अपने पैरों पर खड़ा रहूँ ।अपने पैरों पर ही चलकर,तव दर्शन को प्रभु आ जाऊँ ।…

4 months ago

नये नये प्रश्न खड़े हो जाते हैं

स्वयं से प्रश्न करोगे तो सारेप्रश्नों के उत्तर मिल जाते हैं,यदि औरों से प्रश्न क़रोगे तोनये नये प्रश्न खड़े हो…

4 months ago

विद्याधन श्रेष्ठ धन है

वैसे तो मौन सकारात्मक गुण है,पर जब समझदार लोग मौन औरनासमझ लोग ख़ूब बोलने लगते हैंतो घर व समाज बर्बाद…

4 months ago

बोधि की चुप्पी

शांत है लुंबिनी की पगडंडी,जहाँ फूलों ने पहले देखा प्रकाश,राजकुमार की पहली हँसी में,छुपा था अनंत का एक उलझा प्रकाश।…

4 months ago

मैंने ऐसा कुछ सीखा है

धरा पर नीम के वृक्ष काटे जा रहे हैंदिलों में कड़वाहट बढती जा रही है।जीभ स्वाद कड़वा होता जा रहा…

4 months ago