
बलिया (राष्ट्र की परम्परा) घाघरा नदी का जलस्तर जिस तरह से बढ़ रहा है दुहा बिहरा गांव के पास दो जगह री सा हो रहा है रिसाव की सूचना क्षेत्रीय विधायक मोहम्मद जियाउद्दीन रिजवी को ग्रामीणों के द्वारा दी गई उन्होंने सैफई में रहते हुए भी इसकी सूचना जिलाधिकारी को दी जिलाधिकारी अपने साथ पुलिस अधीक्षक एवं बाढ़ विभाग के अधिकारियों को लेकर दुहा बिहरा गांव में स्थित जमीदारी बंधा पर पहुंची और वहां उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया ग्रामीणों को उन्होंने आश्वासन दिया कि बंदे का रिसाव हर हाल में बंद किया जाएगा इसमें आपका सहयोग भी चाहिए उन्होंने लोकतंत्र सेनानी रक्षक सुनील बहादुर सिंह एवं सुरेश सिंह छोटू सिंह हरिश्चंद्र सिंह को बताया कि देवरिया के गुठनी बाजार के पास जो बंदा बन गया है नदी का पानी उसी पर ठोकर मार कर ईधर की तरफ आ रहा है उन्होंने बाढ़ विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया कि यहां अप्रोच पानी रोकने का बनाया जाना बहुत आवश्यक है और अप्रोच ठोकर बनाने के लिए स्टीमेट तैयार करते हुए शासन को भेजने के लिए कहा जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि हमारे माध्यम से जितना होगा उतना करने का प्रयास करूंगा आप लोग की बात को रखा जाएगा वही नागा बाबा की कुटी के पास घाघरा का हिलोरा मार रहा है जमीदारी बंदा से मात्र 10 मीटर दूरी पर घागरा की लहरें ठोकर मार रही हैं नागा बाबा के खूंटी के पास कई पेड़ नदी में समाहित हो गए हैं और कुछ पेड़ वहां लगे हुए हैं पेड़ की वजह से जमीदारी बांधा बचा हुआ है नहीं तो वह भी ठोकर मार कर समाप्त हो जाता है जब जमीदारी पर बांधा टूट जाएगा तो 1998 की हालात हो जाएगी और दर्जनों गांव पानी में समाहित हो जाएंगे लेकिन बाढ़ विभाग के अधिकारी एवं सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेकेदारों के माध्यम से बंदे की मरम्मत करने में लगे हुए हैं ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे थे और बंदे पर हो रहे रिसाव को देखा ग्रामीण युवक बोरे में मिट्टी भरकर जो रिसाव हो रहा है उसके पास रख रहे हैं ठेकेदार के द्वारा अपनी व्यवस्था के माध्यम से बाढ़ विभाग के अधिकारियों के द्वारा जो आदेश दिया जा रहा है उसके अनुसार काम कर रहे हैं घाघरा नदी एक बार पुनः उफान पर है।नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है और वह अपने 1998 के रिकार्ड को तोड़ने को आतुर है। 1998 की ही भांति इस बार भी क्षेत्र के प्रायः सभी दियारे जलमग्न हो गए हैं।पानी की अधिकता के कारण बची खुची अधिकांश फसलें या तो उस में डूब गई हैं अथवा डूबने के कगार पर हैं।दियारों के किसानों के अधिकांश डेरे पानी से घिर गए हैं जिससे भयभीत हो कर सभी किसान अपने डेरे छोड़ कर माल मवेशियों के साथ भाग कर टी एस व रिंग बंधा एवं अन्य सुरक्षित स्थानों पर शरण ले लिए हैं।उधर मनियर मार्ग पर स्थित शेखपुर काँटा से निर्माणाधीन खरीद-दरौली घाट तक जाने वाले कच्चे अप्रोच मार्ग पर पानी चढ़ता जा रहा है और स्टीमर घाट के जगह को बार बार बदलना पड़ रहा है।
इस वर्ष चौथी बार नदी के तल्ख तेवर को देख तटवर्ती गांवों एवं दियारों के निवासी आश्चर्यजनित सकते में हैं।वे पानी में डूबती और बर्बाद होती जा रही अपनी फसलों को देख कर हाय हाय करने को विवश हैं।साथ ही वे सरयु मैया को गोहराने लगे हैं कि मैया हमें बर्बाद कर के ही छोड़ेंगी क्या?उधर क्षेत्र के लीलकर व सिसोटार गांवों की सीमा से गोसाईपुर गांव तक निर्मित कमजोर सपोर्ट( रिंग )बंधा पर बाढ़ के पानी का दबाव और खतरा बढ़ता जा रहा है।दुहा बिहरा में घाघरा नदी के किनारे बाढ़ की स्थिति को देखने के लिए एसपी बलिया राज करन नय्यर , अधिशासी अभियंता बाढ़खंड बलिया संजय कुमार मिश्र अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड प्रथम बलिया सीबी पटेल सहायक अभियंता इंद्रासन कुमार गौतम संबंधित जूनियर इंजीनियर राजेश कुमार राव गणेश यादव बंधे में हो रहे जल रिसाव को देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए कार्य प्रगति पर है इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी सुनील बहादुर सिंह एवं सुरेश सिंह छोटू सिंह हरिश्चंद्र सिंह को बताया कि देवरिया के गुठनी बाजार के पास जो बंदा बन गया है नदी का पानी उसी पर ठोकर मार कर ईधर की तरफ आ रहा है उन्होंने बाढ़ विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया कि यहां अप्रोच पानी रोकने का बनाया जाना बहुत आवश्यक है और अप्रोच ठोकर बनाने के लिए स्टीमेट तैयार करते हुए शासन को भेजने के लिए कहा जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि हमारे माध्यम से जितना होगा उतना करने का प्रयास करूंगा आप लोग की बात को रखा जाएगा वही नागा बाबा की कुटी के पास घाघरा का हिलोरा मार रहा है जमीदारी बंदा से मात्र 10 मीटर दूरी पर घाघरा की लहरें ठोकर मार रही हैं नागा बाबा के खूंटी के पास कई पेड़ नदी में समाहित हो गए हैं और कुछ पेड़ वहां लगे हुए हैं पेड़ की वजह से जमीदारी बांधा बचा हुआ है नहीं तो वह भी ठोकर मार कर समाप्त हो जाता है जब जमीदारी पर बांधा टूट जाएगा तो 1998 की हालात हो जाएगी और दर्जनों गांव पानी में समाहित हो जाएंगे लेकिन बाढ़ विभाग के अधिकारी एवं सिंचाई विभाग के अधिकारी ठेकेदारों के माध्यम से बंदे की मरम्मत करने में लगे हुए हैं ग्राम विकास अधिकारी योगेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचे थे और बंदे पर हो रहे रिसाव को देखा ग्रामीण युवक बोरे में मिट्टी भरकर जो रिसाव हो रहा है उसके पास रख रहे हैं ठेकेदार के द्वारा अपनी व्यवस्था के माध्यम से बाढ़ विभाग के अधिकारियों के द्वारा जो आदेश दिया जा रहा है उसके अनुसार काम कर रहे हैं
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