
बेटे का आरोप सूदखोरों से परेशान थे
बलिया(राष्ट्र की परम्परा)सीडीओ आवास पर कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने फांसी क्यों लगायी, इसकी जांच शुरू हो चुकी है। वहीं मृतक के बेटे ने एक सूदखोर पर गंभीर आरोप लगाकर सूदखोरों में बेचैनी बढ़ा दी है। अब पुलिस की तहकीकात में कितना सफलता मिलेगा यह वक्त तय करेगा। आखिर वह कौन सूदखोर था जिससे त्रस्त होकर उसने खुदकुशी की। शासन भले ही सूदखोरों पर कितना भी नकेल कस लें लेकिन बलिया आज भी कुछ सूदखोरों की चपेट में है। छोटे बड़े लोग सूदखोरों के गिरफ्त में है। ठेला खोमचा सहित अन्य लोग जो परिवार का किसी तरीके से भरण पोषण करते है वह भी सूदखोरों की चपेट में है। बता दें कि इसके पहले भी कई लोग सूदखोरों से परेशान आत्महत्या कर चुके है।
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