बेवसाइड नहीं खुला तो हजारों छात्र-छात्राएं हो जायेंगे छात्रवृत्ति से वंचित
सुधार न होने पर शासन एवं यूपी स्कालरशिप के जिम्मेदार अधिकारियों को कोस रहे
महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा)। उत्तर प्रदेश में छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्र-छात्राओं को स्कालरशिप मिलती है। लेकिन वर्ष 2023–24 में संशोधन के लिये तीन दिन के लिये बेवसाइट खोली गयी। लेकिन तिथि समाप्त होने के बाद छात्र-छात्राओं के मोबाइल पर पेडिंग का मैसेज आने से छात्र-छात्राओं में हडक़म्प मच गया है। अब ऐसे छात्र-छात्राओं के आवेदन में सुधार नहीं हो पा रहा है। जिससे छात्रों में शासन की व्यवस्था को लेकर कोस कर रहे है।
जानकारी के अनुसार जिन छात्र-छात्राओं के मोबाइल नम्बर पर मैसेज आ गया, उन छात्र-छात्राओं ने सुधार कर आवेदन पत्र कालेज में जमा कर दिया। लेकिन जिन छात्र-छात्राओं के मोबाइल पर तिथि समाप्त होने के बाद मैसेज आया, उन छात्र-छात्राओं के आन लाइन आवेदन में सुधार नहीं हो पा रहा है। जिससे हजारों छात्र-छात्राओं में गहरा रोष व्याप्त है। सुधार से वंचित छात्र-छात्राओं का कहना है कि सुधार तिथि से पहले मोबाइल पर मैसेज भेजा जाता तो सुधार करा लिया गया होता। लेकिन 16 फरवरी 2024 को मोबाइल नम्बर पर मैसेज आने से सुधार नहीं हो पा रहा है। यूपी स्कालरशिप के जिम्मेदारों की लापरवाही से हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो जायेंगे।
एक छात्रा ने नाम न छापने की शर्त पर बताई कि उसके मोबाइल नम्बर पर 16फरवरी 2024 को मैसेज अण्डर सस्पेक्ट का मैसेज आया। तत्काल छात्रवृत्ति आन लाइन आवेदन पत्र निकलवाकर कालेज पहुंची। जहां कालेज के बाबू ने कहा कि सुधार कराना पड़ेगा। जबकि बाबू से आवेदन भरने के बाद चेक कराकर जमा किया था। लेकिन अब कैसे मैसेज आया अण्डर सस्पेक्ट का। छात्रा ने बताई कि सहज सेवा केन्द्र पर पहुंची जहां संचालक ने बताया कि तीन दिन बेवसाइट खुला था। अब बंद हो गया है। सुधार नहीं हो पायेगा। इसी तरह एक अन्य छात्रा ने अपनी पीड़ा बताई। इसके अलावा सहज जन सेवा केन्द्र पर सैकड़ों छात्र-छात्राएं अपना आवेदन लेकर सुधार कराने पहुंचे थे। लेकिन बेवसाइट बंद होने के कारण सुधार नहीं हो पाया। इन सभी छात्र-छात्राओं ने यूपी स्कालरशिप की व्यवस्था को कोसते नजर आये। इस तरह पूरे जनपद के हजारों छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति पाने से वंचित हो जायेंगे। छात्र-छात्राओं का कहना था कि बेवसाइड खुलने के पहले मोबाइल नम्बर पर मैसेज आया होता तो सुधार करा लिया गया होता। लेकिन तिथि समाप्त होने के बाद मैसेज आने के बाद सुधार नहीं हो पा रहा है। अब तो छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ेगा। इसके जिम्मेदार शासन एवं यूपी स्कालरशिप के अधिकारी जिम्मेदार है।
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