December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

बाबा जयराम ब्रम्ह के कृपा से होते हैं भक्तों के सभी कष्ट दूर

जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर भटनी ब्लॉक के मंगराइच में है बाबा का स्थान
गांव के लोगों की रक्षा के लिए दे दी बाघ से लड़ते हुए प्राणों की आहुति

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) । जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर भटनी विकास खण्ड के मंगराइच गांव में स्थित जयराम ब्रम्ह स्थान आज श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां अपने कष्टों के निवारण के लिए जनपद के अलावा बलिया, गोपालगंज, सीवान आदि जनपदों के श्रद्धालुओं पहुंच रहे हैं। बाबा की कृपा से उनके असाध्य रोग व कष्ट दूर हो रहे हैं।बाबा के बारे में यहां के लोग बताते हैं कि आज से करीब 300 वर्ष पूर्व यह इलाका घने जंगलों से आच्छादित था। जिसमें सिंह, बाघ सहित अन्य प्रकार के हिंसक जानवर रहते थे। एक दिन मंगराइच गांव के ही जयराम तिवारी नाम के व्यक्ति गांव के बाहर पूरब तरफ गए थे कि अचानक एक बाघ आता हुआ दिखाई दिया। अभी वह कुछ समझ पाते तभी बाघ ने उनपर आक्रमण कर दिया।शरीर से मजबूत जयराम तिवारी ने बाघ को गांव वालों की रक्षा के लिए मार दिया,लेकिन बाघ से लड़ते समय वह गम्भीर रूप से घायल हो गए,कुछ देर पश्चात उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिया। इसके बाद गांव के लोगों को वह स्वप्न दिखाने लगे कि हमे स्थान दो और अपने से श्रेष्ठ ब्राह्मण से हमारी पूजा अर्चना कराओ।तब गांव के लोगों ने बिहार के सीवान जिले के रघुनाथपुर से एक शुक्ला परिवार को बुलाया और पूजा अर्चना और ब्रम्ह स्थान की सेवा की जिम्मेदारी सौंपी। आज भी उस परिवार के लोग बाबा की सेवा व पूजा कर रहे हैं। इस समय बाबा के स्थान के पुजारी आचार्य अजय शुक्ल ने बताया कि बाबा के स्थान पर जो भी व्यक्ति पवित्र मन से आता है जयराम ब्रम्ह महाराज उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।