परिजनों ने फैक्ट्री मैनेजमेंट पर लगाए गंभीर आरोप
गोरखपुर(राष्ट्र की परम्परा) सहजनवा थाना क्षेत्र के गैलेंट सरिया फैक्ट्री में विगत 12 दिसम्बर को हरिवंश मौर्या नामक एक मजदूर की मौत हो गई, वही मृतक के परिजनों ने मैनेजमेंट पर आरोप लगाते हुए कहा कि, मौत के 24 घंटे बाद तक हम लोगो को शव को नहीं देखने दिया। हम लोग रोते बिलखते रहे लेकिन ठेकेदार का कलेजा नहीं पसीजा
मृतक के बेटे ओमप्रकाश मौर्य ने बताया कि, वो धनघटा थाना क्षेत्र जिला संत कबीर नगर का रहने वाला हैं।उनके पिताजी सहजनवा थाना क्षेत्र के गीडा गैलेंट सरिया फैक्ट्री में विगत 4-5 वर्षों से काम करते थे। विगत 12 दिसम्बर को लगभग 10:30 बजे फैक्ट्री से फोन आया कि आपके पिताजी का पैर टूट गया है।आप लोग नागलिया हॉस्पिटल आइए। किसी तरीके से जब हम नागलिया हॉस्पिटल पहुंचे तो फिर फोन आया कि, आप मेडिकल कॉलेज आइए।हम मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो हमारे पिताजी का शव प्लास्टिक में लपेट कर रखा हुआ था,हम लोग 12 बजे से 6 बजे तक वहां मौजूद ठेकेदार और संबंधी लोगों से शव दिखाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी।
रात भर शव रखने के बाद दोपहर में जब पीएम के लिए शव पहुचा तो हम लोगो ने शव को देखा। पेट के नीचे का हिस्सा पूरी तरीके से चपटा हो चुका था। पंचनामा से लेकर अन्य कागजी कार्रवाई में हम लोगों को दूर रखा गया। मृतक के बेटे ने कहा कि कल से हम लोग मेडिकल कॉलेज में ही इधर-उधर भटक रहे हैं।शव मिलने के बाद हम लोग थाने पर तहरीर देंगे हम लोग न्याय की मांग करते हैं। वहीं मृतका की पत्नी ने रोते हुए कहा कि हम लोग मेडिकल कॉलेज पहुचे। तब हमे पता चला कि हमारे पति की मौत हो गई है, हम पूरे मामले की जांच चाहते हैं और मुआवजा के साथ ही सरकारी नौकरी की मांग करते हैं बता दें कि इससे पहले भी गैलेंट सरिया फैक्ट्री में कई बार हादसे हो चुके हैं इसके साथ ही कई घटनाएं हो चुकी हैं।और सभी मामलों को रफा दफा कर दिया गया था।इस संबंध में जब संबंधित पुलिस अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि, यह कोई बहुत बड़ी घटना नहीं है गौरतलब है कि एक मजदूर की मौत के बाद भी पुलिस किस तरीके से इस घटना को गंभीर नहीं मानती है यह सोचने वाली बात है। लेकिन मृतक मजदूर के परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
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