
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहस का परिचय देते हुए जातीय जनगणना कराए जाने का फैसला लेकर भारत की राजनीति में एक नया इतिहास लिखने का काम किया है। जातीय जनगणना कराने से विशेष कर भारत के अन्य पिछड़े एवं अति पिछड़े वर्ग के लोगों को अपनी संख्या की पहचान होगी।
उक्त बातें जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने रविवार को शहर के लोक निर्माण विभाग डाक बंगले पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस ऐतिहासिक फैसले का ओबीसी मोर्चा व ओबीसी समाज ने स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि देश इस बात को जानता है कि अंतिम रूप से जातीय जनगणना आजादी के पूर्व 1931 में हुई थी 94 वर्ष का लंबा अंतराल ऐसा गुजरा जिसमें अधिकांश समय में कांग्रेस पार्टी या गैर भाजपा दलों की सरकारें देश में रही है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गैर भाजपाई किसी भी सरकार ने जातीय जनगणना करने का कभी साहस नहीं जुटाया। जबकि प्रधानमंत्री के इस घोषणा के बाद राहुल गांधी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव जैसे अन्य कई पिछड़ा विरोधी सोच रखने वाले जातीय जनगणना कराने के फैसले का श्रेय लेने की हो में खड़े हो गए हैं। जातीय जनगणना होने से सामाजिक न्याय एवं संवैधानिक अधिकारों को पाने के नए अवसर मिलने वाले हैं ओबीसी समाज के लोगों को शिक्षा अर्थव्यवस्था व राजनीति में भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा इस दौरान भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंद चौरसिया, जिला उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा, प्रभाकर तिवारी आदि उपस्थित रहे।
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