
लखनऊ,(राष्ट्र की परम्परा डेस्क) प्रदेश की राजधानी लखनऊ छात्र आंदोलन की एक अनोखी तस्वीर का गवाह बनेगी। निजी शिक्षण संस्थानों में लगातार हो रही फीस वृद्धि के विरोध में छात्रों ने ‘कांवड़ यात्रा’ के रूप में विरोध प्रदर्शन का रास्ता अपनाया है। छात्रों का कहना है कि अब शिक्षा के नाम पर व्यापार को और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
छात्र संगठनों ने बताया कि वे आज मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर गंगाजल चढ़ाएंगे और प्रतीकात्मक रूप से यह संदेश देंगे कि अब शिक्षा को शुद्ध व पवित्र बनाए रखने की आवश्यकता है।
फीस नियंत्रण कानून लागू किया जाए।
निजी शिक्षण संस्थानों की मनमानी पर रोक लगे।
हर छात्र को समान और सुलभ शिक्षा का अधिकार मिले।
छात्रों ने नारेबाजी करते हुए कहा— “शिक्षा नहीं व्यापार चाहिए बंद”, और सरकार से तत्काल इस दिशा में ठोस क़दम उठाने की मांग की।
छात्रों का कहना है कि जब तक शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित नहीं की जाएगी, तब तक ऐसे आंदोलन रुकेंगे नहीं।
इस कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में छात्र शामिल हैं, जिन्होंने पारंपरिक कांवड़ यात्रा की तर्ज पर हाथों में जलपात्र लिए हुए, शांति पूर्ण रूप से मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया।
प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। सीएम आवास के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
छात्र नेताओं ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखाई तो आगे प्रदेशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।
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