December 23, 2024

राष्ट्र की परम्परा

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बचकाने बयान के लिये देश से माफी मांगे राहुल-अम्बिकेश

देवरिया(राष्ट्र की परम्परा) हिंदू सहिष्णुता,उदारता और कृतज्ञता का पर्याय है। यह बात अपने आप को एक्सीडेंटल हिंदू कहने वाली जमात के शहजादे को कैसे समझ में आएगी।
अपने बचकाने बयान हिंदू हिंसक होता है के लिये राहुल गांधी देश से माफी मांगे।
उक्त बातें भाजपा के पूर्व मीडिया प्रभारी अम्बिकेश पाण्डेय ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा सदन में हिंदुओ पर दिये गये बयान की निंदा करते हुये जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही।
उन्होंने कांग्रेस को मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में डूबी हुई बताया। संसद में अयोध्या में विस्थापितों को दिए गए मुआवजे को लेकर राहुल गांधी द्वारा की गई गलत बयानी पर करारा पलटवार करते हुये कहा कि राहुल का बयान यूपी और अयोध्या को बदनाम करने के लिए दिया गया है। सदन में दिया गया राहुल का झूठा बयान अत्यंत ही निंदनीय और शर्मनाक है। उन्होंने बताया कि यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अयोध्या में विभिन्न विकास कार्यों के दौरान विस्थापित हुए लोगों को 1733 करोड़ रुपए की धनराशि मुआवजे के तौर पर प्रदान की है। अब तक कुल 21,548 व्यक्तियों को मुआवजा दिया जा चुका है। न केवल मुआवजा दिया गया, बल्कि दुकानों का सौंदर्गीकरण कराया गय। अयोध्या में दुकानदारों का व्यापार पहले से अधिक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हम सबने राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव में झूठे और गुमराह करने वाले वक्तव्य देते हुए देखा है। संविधान का गला घोंटने वाले लोगों ने संविधान के बारे में गुमराह करने वाले वक्तव्य देने के लिए विदेशी पैसे के बल पर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया था। 1 लाख का फर्जी बॉन्ड भरवा कर भारत की माताओं और बहनों को गुमराह करने का कार्य किया। आज फिर इन्होंने झूठा बयान दिया है जोकि अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक है। आज देश का हर कोई जानता है कि अयोध्या को उसकी पहचान से किसने वंचित किया है। राहुल गांधी और उनके सहयोगियों ने न केवल अयोध्या को वनवास दिया था, बल्कि सरयू को भी रक्तरंजित किया था। आज जब अयोध्या अपने वैभव को पुनप्रतिष्ठापित करते हुए पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है तो कांग्रेस इसे कैसे अच्छा मान सकती है। कांग्रेस झूठ का पुलिंदा है। सच ये है कि 1733 करोड़ रुपए केवल मुआवजे के लिए अयोध्या वासियों को उपलब्ध कराए हैं। चाहे रामपथ हो, भक्तिपथ हो, जन्मभूमि पथ हो या एयरपोर्ट हो, जिसकी जमीन, दुकान, मकान इसमें शामिल थी।