
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. यशपाल सिंह द्वारा जनपद में स्थापित स्थायी गोवंश आश्रय स्थल बढ़या-ठाठर विकास खण्ड-मेंहदावल का स्थलीय निरीक्षण पशु चिकित्साधिकारी विसौआ के उपस्थिति में किया गया। निरीक्षण के समय ग्राम प्रधान, केयर टेकर उपस्थित रहे। निरीक्षण के समय आश्रय स्थल पर 320 गोवंश संरक्षित मिले जिनमें शत प्रतिशत ईयर टैग लगा पाया गया। आश्रय स्थल पर 250 कुन्तल भूसा एवं 2.5 कुन्तल दाना/चोकर उपलब्ध पाया गया। आश्रय स्थल में संरक्षित गोवंशो हेतु 01 बीघा नैपियर घास, 1.5 बीघा चरी एवं 8 बीघा ज्वार/चरी किराये की भूमि पर बोया गया है। आश्रय स्थल पर विद्युत की व्यवस्था उपलब्ध है। पानी पीने हेतु पानी टैंक एवं समर सेवुल लगा है। चरही/नाद की स्थिति ठीक पाया गया। आश्रय स्थल पर 07 शेड ठीक दशा में उपलब्ध है। समस्त गोवंश स्वस्थ पाये गये। आश्रय स्थल में वृक्षारोपण एवं संरक्षित गोवंशो केा आकाशीय बिजली से बचाव हेतु आश्रय स्थल में तड़ित चालक यन्त्र (लाइटनिंग कंडक्टर) लगाये जाने की आवश्यकता है।
More Stories
ट्रांसफार्मर जलने से अतरौरा गांव में बिजली संकट
लकड़ी व्यापारियों के अतिक्रमण से सड़क पर खतरा, ग्रामीणों ने उठाई आवाज।
बलिया में जल संकट गहराया, सिकंदरपुर बना सबसे बड़ा हॉटस्पॉट