नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण ने एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बेहद धीमी हवा की रफ्तार और प्रतिकूल मौसम के कारण राजधानी और आसपास के इलाकों में स्मॉग की मोटी परत छाई हुई है। हालात इतने खराब हैं कि कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है, जिससे आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
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सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के प्रमुख इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर दर्ज किया गया। सरदार पटेल मार्ग पर AQI 483, पंडित पंत मार्ग पर 417, बाराखंबा रोड पर 474, अक्षरधाम क्षेत्र में 493 और बारापुला फ्लाईओवर पर 433 रिकॉर्ड किया गया। राजधानी की सुबह घने स्मॉग और धुंध के साथ शुरू हुई, जबकि रात के समय भी विजिबिलिटी बेहद कम रही।
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एनसीआर प्रदूषण की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क, प्रमुख सड़कों और मेट्रो स्टेशनों के आसपास दृश्यता काफी कम दर्ज की गई। यमुना एक्सप्रेसवे और दिल्ली-फरीदाबाद मार्ग पर वाहन रेंगते नजर आए। रविवार को दिल्ली का औसत AQI 461 रहा, जबकि नोएडा में 466, गाजियाबाद में 459, ग्रेटर नोएडा में 435 और गुरुग्राम में 291 दर्ज किया गया। फरीदाबाद की हवा तुलनात्मक रूप से बेहतर रही, जहां AQI 218 रहा।
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कोहरे और कम विजिबिलिटी को देखते हुए इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार, हवा की गति 10 किमी प्रति घंटे से कम होने और पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदूषण के कण वातावरण में फंसे हुए हैं। सीपीसीबी का अनुमान है कि अगले दो से तीन दिनों तक दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण के हालात बेहद खराब बने रह सकते हैं और फिलहाल राहत की उम्मीद कम है।
