
ज़ाग्रेब/नई दिल्ली। (एजेंसी डेस्क )प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक क्रोएशिया यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ज़ोरान मिलनोविच को ओडिशा की प्रसिद्ध पट्टचित्र पेंटिंग भेंट की। यह यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली क्रोएशियाई यात्रा है, जो भारत-क्रोएशिया द्विपक्षीय संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।
उपहारों की सांस्कृतिक झलक:
प्रधानमंत्री मोदी ने जहां राष्ट्रपति मिलनोविच को ओडिशा की पारंपरिक पट्टचित्र पेंटिंग भेंट की, वहीं प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच को राजस्थान की पारंपरिक शिल्पकला से निर्मित एक सुंदर सिल्वर कैंडल स्टैंड उपहार में दिया। पट्टचित्र भारतीय पौराणिक कथाओं, विशेषकर भगवान कृष्ण और जगन्नाथ की कथाओं को दर्शाने वाली जीवंत कलाकृति है, जबकि चांदी का कैंडल स्टैंड राजस्थान की शाही धातुकला परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है।
राजनीतिक-सांस्कृतिक संवाद:
प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ाग्रेब में क्रोएशियाई नेतृत्व से मुलाकात कर साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और वैश्विक शांति की दिशा में एकजुट प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। संयुक्त संबोधन में दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता की अपील की और रक्षा, व्यापार, सांस्कृतिक सहयोग को नई दिशा देने का ऐलान किया।
तीसरे कार्यकाल में तीन गुना सहयोग का संकल्प:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमने अपने तीसरे कार्यकाल में द्विपक्षीय सहयोग को तीन गुना गति देने का संकल्प लिया है।” उन्होंने बताया कि भारत और क्रोएशिया रक्षा सहयोग योजना पर विचार कर रहे हैं, जिसमें प्रशिक्षण, सैन्य आदान-प्रदान और रक्षा उद्योग विकास शामिल हैं।
व्यापार, तकनीक और योग पर फोकस:
प्रधानमंत्री ने आईटी, फार्मा, कृषि, क्लीन एनर्जी और डिजिटल टेक्नोलॉजी को भविष्य के सहयोग के मुख्य क्षेत्र बताया। उन्होंने कहा, “क्रोएशियाई कंपनियां भारत की आईटी जनशक्ति का लाभ उठा सकती हैं।” इसके साथ ही योग और पर्यटन को भी आपसी संबंधों की मजबूती के माध्यम के रूप में रेखांकित किया।
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