
मुंबई (राष्ट्र की परम्परा )देवो देव महादेव का प्रमुख पर्व बुधवार को मुम्बई और थाने में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान मुंबई के दक्षिणी छोर पर स्थित बाबुलनाथ मंदिर से लेकर उत्तरी छोर पर स्थित मुलुंड का महादेव मंदिर शिवभक्तों के जयकारे से गूंज उठा।,सुबह 4 बजे से ही शिवभक्तों ने मंदिरों में कतार लगाकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हुए हर हर महादेव और बम बम भोले का नारा लगाते हुए भगवान शिव की पूजा शुरू कर दी जो बुधवार शाम तक निरंतर शुरू थीं।
मुंबई और ठाणे शहर के गली कुंचे से लेकर बड़े शिव मंदिरों के बाहर सुबह से लेकर शाम तक शिवभक्तों की लंबी कतार देखने को मिली। शहर के छोटे बड़े सभी मंदिरों ने महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर 3 से 5 दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया है। जिसमें अखंड रामायण पाठ ,शिव अर्चना ,हल्दी कुमकुम समारोह समेत कई धार्मिक कार्यक्रम रखे गए हैं।महाशिवरात्रि के इस समारोह का समापन गुरुवार को शिव भंडारा के साथ समाप्त होगा। इस दिन कई मंदिर समितियों की तरफ से मेले का आयोजन भी किया गया है।
वहीं प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय के विलेपार्ले शाखा की ओर से महाशिवरात्रि का पावन पर्व शुरू हो चुका है। २० फरवरी से शुरू हुए महाशिवरात्रि का पर्व २७ फरवरी तक चलेगा।
अँधेरी पश्चिम के डी. एन. नगर प्रगति मैदान में सुबह ७ से १२ और शाम ४ से ९ बजे तक महाशिवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है।
बता दें कि सत्यम शिवम् सुंदरम ज्योतिर्बिंदु परमात्मा शिव की प्रतिमा का विशेष पूजन एवं अभिषेक महाशिवरात्रि के दिन किया जाता है। वास्तव में महाशिवरात्रि पर्व क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे क्या आध्यात्मिक रहस्य है? क्या यह परमात्मा के अवतरण का सूचक है? परमात्मा इस धरती पर कब और किस तरह अवतरित होते है? और आकर हम सबको अज्ञान की गहरी नींद से कैसे जगाते है? इन सभी प्रश्नो के जवाब इस आध्यात्मिक मेले में मिल रहा है।
कहा जाता है कि – ज्ञान सूर्य प्रगटा और अज्ञान अंधेर विनाश। परमपिता परमात्मा फिर से इस भारत भूमि पर आकर ब्रह्मा कुमारीज संस्था द्वारा स्वर्णिम भारत बनाने का श्रेष्ठ कार्य कर रहे है।
शिव अवतरण से स्वर्णिम भारत आध्यात्मिक मेले का मुख्य आकर्षण है। इसी तरह घाटकोपर पूर्व के प्राणेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर शिवभक्तों की भारी भीड़ जमा हुई जो देर शाम तक चलती रही। इस मंदिर में लंबे समय से भगवान शिव का दर्शन करने वाले ईशान्य मुंबई जिला कांग्रेस के महासचिव दीपक जोशी ने बताया कि प्राणेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन विद्याविहार, राजावाड़ी, पंतनगर, तिलक रोड और आसपास के बड़ी संख्या में शिव भक्त दर्शन के लिए आते हैं और देर शाम तक यहां पूजा अर्चना, अभिषेक, जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ करता है।
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