
नई दिल्ली (राष्ट्र की परम्परा)बुधवार को राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। सुबह से शुरू हुई लगातार बारिश के कारण कई प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। ऑफिस और स्कूल जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
दिल्ली के आईटीओ, मंडी हाउस, लाजपत नगर, धौला कुआं, नरेला, द्वारका और रोहिणी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति देखने को मिली। कई इलाकों में अंडरपास पूरी तरह जलमग्न हो गए, जिससे वाहन चालकों को लंबे जाम में फंसना पड़ा।
गुरुग्राम और नोएडा जैसे एनसीआर क्षेत्रों में भी भारी बारिश के कारण यातायात ठप हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने ट्रैफिक की भयावह तस्वीरें और वीडियो साझा किए, जिनमें कई वाहन पानी में फंसे नजर आए। ट्विटर पर #DelhiRains और #TrafficJam ट्रेंड करता रहा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को ही अलर्ट जारी करते हुए बताया था कि 23 जुलाई को दिल्ली-एनसीआर में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। विभाग ने बताया कि अगले 24-48 घंटों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
प्रशासन की तैयारियां सवालों के घेरे में
हर वर्ष की तरह इस बार भी भारी बारिश ने नगर निगम और प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। जलनिकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण हर साल मानसून के दौरान राजधानी की यही तस्वीर सामने आती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बारिश से पहले नालों की सफाई ठीक से नहीं हुई, जिससे जलभराव की स्थिति और गंभीर हो गई।
क्या बोले लोग?
जलभराव और जाम से परेशान एक राहगीर सुमित शर्मा ने कहा, “हर साल यही हाल होता है। ऑफिस जाने में दो घंटे लग गए, जबकि आमतौर पर 30 मिनट लगते हैं।” वहीं, एक अन्य निवासी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “दिल्ली में थोड़ी सी भी बारिश होते ही सड़कें तालाब बन जाती हैं। प्रशासन की निष्क्रियता से लोग त्रस्त हैं।”
More Stories
पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़, पस्त हुए बदमाशों के हौसले
मासूम मुस्कानें बुझीं: मुजफ्फरपुर में डूबकर पांच बच्चों की दर्दनाक मौत
पुलिस अधीक्षक ने बघौचघाट थाना का किया औचक निरीक्षण,दिए आवश्यक दिशा निर्देश