बलिया(राष्ट्र की परम्परा)
पहली बार ददरी मेला में पांच चौराहा को चिन्हित किया गया है जिसे बलिया संस्कृति और गौरव को स्थापित करने के लिए नामकरण
महर्षि भृगु चौराहा, दर्दर मुनी चौराहा,शहीद चौक ,भारतेंदु चौराहा ,बलिया 2.0 सर्कल किया गया है पहला चौराहा महर्षि भृगु के नाम से बनेगा जो दर्दर मुनि के गुरु हैं
(2)दूसरा चौराहा का दर्दरा मुनि के नाम से बनेगा, जिसके नाम पर ददरी मिला लगता है।
(3) तीसरा चौराहा भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाम से भारतेंदु चौराहा बनेगा, जिनके नाम पर भारतेंदु कला मंच लगाया जाता है ।
(4)चौथा चौराहा वीर सपूतों की धरती होने के कारण शहीद चौक के नाम से बनेगा।
(5)पांचवा चौराहा बलिया 2.0 सर्कल के नाम से बनेगा जो बलिया के विकास और भविष्य को प्रदर्शित करेगा।
More Stories
संस्कृत पढ़ने गया विनय बना खूनी!
मोहर्रम का मातमी जुलूस श्रद्धा और अकीदत के साथ संपन्न, दुलदुल घोड़ा बना आकर्षण का केंद्र
धूमधाम से मनाया जा रहा है पंढरपुर में आषाढी एकादशी महोत्सव