श्रावस्ती(राष्ट्र की परम्परा) श्रावस्ती-नेपाल सीमा के लगभग 12 किलोमीटर पहले थाना मालीपुर के लक्ष्मणपुर गांव के मदरसे में जाली नोट छापे जाने की गोपनीय सूचना पर एसओजी वह पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में पांच आरोपित को गिरफ्तार किया गया टीम को मौके से 34,500 रुपए के नकली नोट जिसमे 100,200,500 रुपए के नोट थे और 14,500 रुपए के असली नोट बरामद किए। साथ ही 1 प्रिंटर, 2 लैपटॉप और इंक की बोतलें भी और एक तमंचा भी पुलिस ने बरामद की जिन 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनमें तीन बहराइच और दो श्रावस्ती जिले के हैं। श्रावस्ती से लेकर बहराइच तक फैला था कारोबार पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने बताया- एक आरोपी को बहराइच से पकड़ा गया था। उसके पास से कुछ नकली नोट बरामद हुए। उनकी निशानदेही पर 4 अन्य को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से भी नकली नोट बरामद हुए। इनकी निशानदेही पर मल्हीपुर की मस्जिद, जिसका नाम मदरसा फजरुलनबी हैं। उसके मैनेजर को पकड़ा गया।पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुबारक अली उर्फ नूरी गैंग का सरगना है। जिसकी पांच बीवियां हैं। वह अलग-अलग जगहों पर रहकर नकली नोट खपाने का काम करती हैं। इसकी एक पत्नी गंगापुर के मदरसा फैजुर्रनबी व दूसरी बहराइच शहर के जामिया नूरिया मस्जिद में टीचर है।
मदरसे के कमरे में छापते थे नकली नोट, यूट्यूब से सीखा मदरसे के एक कमरे में नकली नोट छापने की मशीन लगा रखी थी। गैंग में जमील अहमद, धर्मराज शुक्ला, रामसेवक और अवधेश कुमार पांडेय हैं। जमील पर दो केस पहले से दर्ज हैं। जबकि रामसेवक पर बहराइच कोतवाली नगर में दो व नानपारा में एक मामला दर्ज है। अवधेश कुमार के खिलाफ सोनवा में और मुबारक अली पर गोंडा के खरगूपुर में आपराधिक मामले दर्ज हैं।एडिशनल एस पी प्रवीण कुमार यादव ने बताया- आरोपी मुबारक अली ने यूट्यूब से नकली नोट बनाना सीखा। नकली नोट बनाने में अच्छी क्वालिटी का कागज इस्तेमाल करते थे। इसे लैपटॉप व प्रिंटर के सहारे निकालते थे।
More Stories
एनीमिया, कम वजन, माइग्रेन, सर्वाइकल व सांसों की बीमारी से जूझ रहे ज्यादातर विद्यार्थी
मधुरेंद्र द्वारा रेत पर बनाई कलाकृति बनी आकर्षण का केंद्र
गांव में बन रहे कूड़ाघर को लेकर ग्रामीणों ने किया हंगामा