Tuesday, December 23, 2025
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अवैध कीटनाशक दवा की बिक्री से बर्बाद हो रही फसलें, किसान परेशान — जांच व सख्त कार्रवाई की मांग तेज

(महराजगंज से सतीश पाण्डेय की रिपोर्ट)

महराजगंज(राष्ट्र की परम्परा) जिले के किसानों के बीच इन दिनों एक नई चिंता गहराती जा रही है — बाजारों में बिना पंजीकरण और प्रमाणन के अवैध कीटनाशक दवाओं की धड़ल्ले से बिक्री। किसान महंगे दामों पर ये दवाएं खरीदते हैं, लेकिन न तो इनका कोई असर होता है और न ही गुणवत्ता की कोई गारंटी, जिससे फसलें बर्बाद हो रही हैं और किसान आर्थिक रूप से पूरी तरह टूटते जा रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सदर ब्लॉक के ग्राम पंचायत कटहरा में संचालित वनस्पति बीज भंडार नामक दुकान पर किसानों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि शैलेन्द्र नामक दुकानदार बीते पांच वर्षों से किसी और व्यक्ति के नाम पर फर्जी लाइसेंस के आधार पर कीटनाशक दवाएं बेच रहा है। न तो उसके पास तकनीकी जानकारी है और न ही कृषि विज्ञान का कोई प्रशिक्षण।

किसानों का आरोप है कि उक्त दुकानदार निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर दवाएं और बीज बेच रहा है, जिनकी गुणवत्ता संदिग्ध है। कई बार गलत दवाएं या अनुपयुक्त बीज दिए जाने के कारण पूरी फसल चौपट हो गई। इससे सैकड़ों किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

किसानों का कहना है कि जब उन्होंने इसकी शिकायत करने की कोशिश की तो दुकानदार शैलेन्द्र ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और शिकायत न करने की धमकी दी। इससे किसानों में आक्रोश और भय दोनों व्याप्त हैं।

किसानों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि उक्त दुकान की गोपनीय जांच कराई जाए और अगर अनियमितता या फर्जीवाड़ा साबित होता है तो दुकानदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस मांग को लेकर क्षेत्रीय किसान प्रेम सागर, मंजेश देवी शरण, उपेंद्र, किशोर, अकबर, मुमताज सहित दर्जनों किसान एकजुट होकर आवाज बुलंद कर रहे हैं।

इस संबंध में पूछे जाने पर जिला कृषि अधिकारी शैलेश प्रताप सिंह ने कहा,“मामले की जांच कराई जाएगी। यदि दुकानदार दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

किसानों को अब जिला प्रशासन से ठोस कदम की अपेक्षा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की ठगी, फसल बर्बादी और आर्थिक शोषण से उन्हें मुक्ति मिल सके।

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