March 27, 2025

राष्ट्र की परम्परा

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मुख्यमंत्री अभ्युदय व मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय का जनपद में होगा निर्माण

07 एकड़ में 2470.84 लाख से बनेगा मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय

मऊ ( राष्ट्र की परम्परा ) शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय के निर्माण हेतु जनपद स्तरीय टीम के साथ विकास भवन के सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष उपाध्याय ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय योजना के अंतर्गत जनपद में एक मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय प्री प्राइमरी से कक्षा 12 तक के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय में नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप एवं समग्र शिक्षा में निहित प्रावधानों के अनुरूप एक नवीन एवं उन्नत विद्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा। जहां विज्ञान, गणित, वाणिज्य एवं कला वर्ग की विषयवार कक्षा 1 से 12 तक की पृथक-पृथक कक्षाओं का संचालन आधुनिक अवस्थापना सुविधा एवं शैक्षणिक संसाधनों के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय में लगभग 1500 छात्र-छात्राओं के लिए 30 कक्षाओं से युक्त विद्यालय भवन का निर्माण किया जाएगा। उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक, अध्यापकों तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए पृथक आवासीय व्यवस्था विद्यालय प्रांगण में ही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जनपद के शिक्षा क्षेत्र फतेहपुर मण्डाव मण्डाव अंतर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय कमल सागर के समीप ग्राम पंचायत बस्ती वरसी में मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय प्री प्राइमरी से कक्षा 12 के रूप में विकसित किए जाने हेतु विद्यालय स्थल लगभग 7 एकड़ भूमि जिसकी निर्माण लागत रुपया 2470.84 लाख से कराई जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय प्री प्राइमरी से कक्षा आठ तक के रूप में जनपद के शिक्षा क्षेत्र रानीपुर के कंपोजिट विद्यालय पलिया को मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। विद्यालय में पांच कक्षाओं से युक्त एक एकीकृत भवन का निर्माण किया जाएगा। जिसमें भाषा प्रयोगशाला समाधान के साथ कंप्यूटर प्रयोगशाला, मॉड्यूलर समग्र गणित और विज्ञान प्रयोगशाला, वर्चुअल कक्षा के साथ इंटरएक्टिव डिस्प्ले स्मार्ट बोर्ड द्वारा उच्च तकनीक स्मार्ट क्लास एवं सभी कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन विद्यालय में ही उपलब्ध होगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद स्तरीय टीम को निर्देशित किया कि विद्यालयों से संबंधित निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत कार्य को पूर्ण कराएंगे। उन्होंने बताया कि उक्त समिति द्वारा विद्यालय के निर्माण कार्य की तकनीकी जांच, स्थलीय पर्यवेक्षक, अनुमोदित डीपीआर के अंतर्गत निर्धारित निर्माण कार्य की गुणवत्ता एवं मानकों का मूल्यांकन किया जाएगा।
बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग मनोज कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित आधिकारी उपस्थित रहे।