कविता

शख़्सियतें निशान छोड़ती हैं

किसी के साथ बुरा उतना ही करो,कि खुद पे आए तो सहन कर सको,बुरा ढूँढता हूँ, बुरा न मिलता कोय,दिल…

5 months ago

सत्ता, शहादत और सवाल

क्यों जलियाँ की चीख सुन, सत्ता है अब मौन?लाशों से ना सीख ली, अब समझाये कौन॥ डायर केवल नाम था,…

5 months ago

ख़ुद ही मुद्दई, ख़ुद ही मुद्दालय

ख़ुद ही मुद्दई, ख़ुद ही मुद्दालय,ख़ुद ही पुलिस ख़ुद न्यायालय,ख़ुद ही गवाह ख़ुद ही पैरोकारी,ख़ुद वकील ख़ुद जाँच अधिकारी। जहाँ…

5 months ago

प्रकृति का नियम

जिस तरह एक वृक्ष की प्रकृति होती हैहमारी प्रकृति भी वैसी ही होनी चाहिए,हमें अपनी धरती पर रहकर वृक्ष की…

5 months ago

ज़िंदगी एक किताब है

जिंदगी एक किताब की तरह है,कुछ पन्ने बेरुखे हैं, कुछ खुश हैं,और कुछ पन्ने रोमांचक भी हैं,लेकिन अगर हम पेज…

5 months ago

डाल सब्र के बीज।

सूना जब आँगन लगे, बने न कोई बात।सब्र रखो उस वक़्त में, वही बने सौगात॥ धन वैभव जब पास हो,…

5 months ago

नर वानरहिं संग कहु कैसे

तुलसी ने कहा है मानस में।सीता ने पूँछा जब संशय में॥नर वानरहिं संग कहु कैसे।कही कथा भई संगति जैसे॥अंतरु मात्र…

5 months ago

प्रेम में इंतजार का आनंद

चाहे अच्छा करो या बुरा, जो व्यक्तिआपकी निंदा करते हैं वह करते रहेंगे,निंदा से अविचलित हुये बिना शान्तिव धैर्य से…

5 months ago

नाते सब कमजोर॥

स्वार्थ भरी इस भीड़ में, खोए अपने लोग।चाहत की इस दौड़ में, छूट गए सब योग॥ सत्य हुआ अब मौन…

6 months ago

चाँद अधूरा रह गया, बँट गया संसार॥

ईद हमारा पर्व है, करवा तेरा प्यार।चाँद मगर अनजान है, किसका है अधिकार॥ बँट गया आकाश यूँ, बँट गए अरमान।चाँद…

6 months ago