बलिया(राष्ट्र की परम्परा)l एक सामाजिक संस्था ने विश्व स्ट्रोक दिवस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गयाl मुख्य अतिथि सिंधराज ने बताया कि स्ट्रोक एक बेहद गंभीर चिकित्सीय स्थिती है जिसका समय पर इलाज न होने पर व्यक्ति को लंबे समय तक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है वहीं कई बार यह जानलेवा भी साबित हो सकता है इस वर्ष विश्च स्ट्रोक दिवस की थीम ग्रेटरथैनस्ट्रोक एक्टिव चौलेंज’ रखी गई है यह थीम इस स्पोर्ट्स स्ट्रोक के लक्षणों को कैसे कम करें इस पर रखी गई है स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जिसमें मस्तिष्क में मौजूद खून की नलियां फट जाती हैं या खून की नलियों में बहाव रुक जाता है सुनिल कुमार प्रजापति ने बताया कि स्ट्रोक के कुछ सामान्य लक्षणों में अचानक कमज़ोरी, शरीर के एक तरफ सुंनपन गंभीर सिरदर्द भटकाव और चक्कर आना शामिल है हालाँकि साइलेंट स्ट्रोक के मामलों में जहाँ कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं स्ट्रोक के चेतावनी संकेतों को जल्द से जल्द पहचानना जीवन बचाने या मस्तिष्क को आजीवन क्षति से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है स्ट्रोक के मरीज़ को अगर पहले लक्षण दिखने के 90 मिनट के अंदर उचित उपचार मिल जाए तो वह बिना किसी नुकसान के पूरी तरह से ठीक हो सकता है याद रखें कि स्ट्रोक के इलाज के लिए तुरंत कार्रवाई ज़रूरी है क्योंकि मरीज़ को जितनी जल्दी चिकित्सा सुविधा मिलेगी परिणाम उतना ही बेहतर होगा
इस अवसर पर परमानन्दए नागेन्द्र यादव, पवन, अरविन्द्र, प्रिंस एवं डी एड विशेष शिक्षा-श्रवण बाधिता व बौद्धिक अक्षमता के छात्र उपस्थित रहे।
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