पटना प्रशासन की सख्ती: जमीन विवाद, रंगदारी और अतिक्रमण पर जीरो टॉलरेंस, DM–SP ने जनता दरबार में दिए कड़े निर्देश
पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क ) आज का जनता दरबार पूरी तरह प्रशासनिक सक्रियता और सख्ती के नाम रहा। जिला जनता दरबार में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और ग्रामीण इलाकों के लिए लगाए गए एसपी अपराजिता लोहान के सामने बड़ी संख्या में लोग भूमि विवाद, रसीद कटने में लापरवाही, अतिक्रमण और रंगदारी जैसी गंभीर समस्याएँ लेकर पहुँचे।
दोनों अधिकारियों ने मौके पर ही कई मामलों में तत्काल एक्शन लेते हुए यह संदेश दे दिया कि अब भूमि विवाद व रंगदारी मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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बिहटा से आए सुनील राम ने कर्मचारी मनीष कुशवाहा पर आरोप लगाया कि वह जमीन की रसीद जानबूझकर रोक रहे हैं। डीएम ने शिकायत सुनते ही बिहटा सीओ को तत्काल जांच का आदेश दिया और कहा कि यदि गलती साबित हुई, तो विभागीय कार्रवाई तय है।
जनता दरबार में डीएम ने 65 शिकायतें सुनीं, जिनमें ज़मीन निबंधन, अतिक्रमण और रास्ता अवरुद्ध करने के मामले प्रमुख रहे। गौरीचक के राकेश कुमार द्वारा प्लॉट नंबर 31 के रास्ते को बंद किए जाने की शिकायत पर डीएम ने पुनपुन सीओ को मौके पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। वहीं, जमीन निबंधन रोकने की शिकायत पर जिला अवर निबंधक को तुरंत फोन कर कार्रवाई का आदेश दिया।
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उधर, ग्रामीण एसपी अपराजिता लोहान ने एसएसपी कार्यालय में जनता दरबार लगाया, जहाँ बाढ़, मोकामा सहित ग्रामीण क्षेत्रों से लोग पहुँचे। अधिकांश शिकायतें जमीन कब्जा, रंगदारी और पेंडिंग मामलों से जुड़ी थीं। एक किसान ने बताया कि दबंग खेत में घुसने नहीं देते और रंगदारी मांग रहे हैं। एसपी ने तत्काल संबंधित थानेदार को मौके से ही फोन कर सख्त निर्देश दिए।
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इसी दौरान एक थानेदार की लापरवाही उजागर होने पर उसे शोकॉज नोटिस जारी कर दिया गया। एसपी ने कहा कि दोषी पाए जाने पर निलंबन समेत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पटना प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जमीन विवाद, रसीद रोके जाने, अतिक्रमण और रंगदारी पर अब जीरो टॉलरेंस लागू है। जनता दरबार में तेजी से हुई कार्रवाई संकेत देती है कि आने वाले दिनों में प्रशासन और भी सख्त कदम उठा सकता है।
