November 21, 2024

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

मिशन शक्ति 3 के अंतर्गत “गुड टच-बैड टच” विषयक कार्यशाला आयोजित

झांसी (राष्ट्र की परम्परा)। सामाजिक संस्था नवप्रभात के महिला प्रकोष्ठ ‘कृति’ के अनुशासन निगरानी कमेटी के दिशा-निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नारी सम्मान, नारी स्वावलंबन, नारी सुरक्षा व महिला कल्याण विषयक जन जागृति अभियान मिशन शक्ति के पूर्व चरणों में सक्रिय सहभागिता के पश्चात वर्तमान तृतीय चरण के तहत अपराध मुक्त भारतीय राष्ट्र की स्थापना के लिए संकल्पित संस्था महिला हेल्प लाइन ‘वेदना एक दर्द-जनसंदेश’ समूह की महिला सदस्यों द्वारा राष्ट्र के अलग-अलग नगरों-महानगरों के अनुशासित एवं प्रतिष्ठित विद्यालयों में आयोजित होने वाले आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविरों की श्रंखला में न्यू एरा पब्लिक स्कूल प्राइमरी सेक्शन, झांसी मे एक दिवसीय आत्मरक्षा स्वसुरक्षा जनजागृति कार्यशाला “गुड टच -बैड टच” का आयोजन किया गया।

जिसमें संस्था द्वारा सभी आयु वर्ग के शिक्षार्थियों को स्वयं की सुरक्षा के लिए “सजग शिक्षार्थी-सुरक्षित शिक्षार्थी” की नीति समझाते हुए संकल्पित भाव से अपनी सुरक्षा बिंदुओं की जानकारी देते हुए अपनी दैनिक दिनचर्या में गतिशील होने के आह्वान के साथ किया गया।
महिला हेल्पलाइन की मुख्य संस्थापक अध्यक्ष रूपम अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला के मुख्य अतिथि विद्यालय प्रधानाचार्य अरिंदम घोष एवं विशिष्ट अतिथि विद्यालय संयोजिका श्रीमती सुनीता अग्रवाल रहीं।
आत्मरक्षा कार्यशाला को संबोधित करते संयोजिका रूपम अग्रवाल ने खिलौना गुड़िया के माध्यम से सभी आयु वर्ग के शिक्षार्थियों को सामान्य दिनचर्या में घर परिवार के सदस्यों एवं अपरिचित लोगों से होने वाले “गुड टच एवं बैड टच” को पहचानने एवम स्वयं की सुरक्षा कैसे करे संबंधी प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी देने के पश्चात शिक्षाथियों ने प्रत्येक कर जिज्ञासाओं का समाधान कर उनके बालमन को शान्त किया।
आत्म रक्षा कार्यशाला को संबोधित करते हुए समूह संयोजिका मृदुला अग्रवाल ने सभी शिक्षार्थियों को सामान्य जीवन चर्या में घर से स्कूल आते-जाते समय या अन्य किसी भी सामान्य दिनचर्या के क्रियाकलापो में अपनी स्वयं की सुरक्षा के लिए अपने आसपास सजग व सुरक्षित नजर बनाए रखने की उदाहरण के साथ जानकारी दी एवं किसी भी विपत्ति काल में अपने पास ज्वलनशील स्प्रे, मिर्च पाउडर, छोटी सी कोई रस्सी, छोटी-बड़ी घरेलू सेफ्टी पिन एवं स्वयं की सुरक्षा के लिए बनाए गए सुरक्षा चक्र अंतर्गत पुलिस विभाग 112, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181 के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सुरक्षा के प्रति सभी शिक्षार्थियों को अवगत कराया।
कार्यशाला में समूह को संबोधित करते हुए अर्चना अग्रवाल ने सभी शिक्षार्थियों को अनजान लोगों से कुछ भी खाने-पीने की चीजें ना लेने या घर पर बिना बताए किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ कहीं बाहर ना जाने, किसी बाहरी अपरिचित व्यक्ति या घर परिवार के किसी परिचित द्वारा किसी भी प्रकार का गलत आचरण करने पर उनकी शिकायत बिना डरे एवं बिना संकोच करें अपनी माता-पिता बड़े भाई-बहन, अथवा स्कूल टीचर से करने के लिए उत्साहित किया।
इसी क्रम में आत्मरक्षा कार्यशाला में स्वाति निगम ने शिक्षार्थियों को सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारियों को पूर्ण रूप से गोपनीय रखने संबंधित अनेकों लाभप्रद जानकारियां प्रदान की और सभी को समझाया कि यदि कभी किसी भूलवश वह साइबर क्राइम अंतर्गत किसी समस्या के शिकार हो भी जाते हैं। तो भी बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि सुरक्षा विभाग के नंबर, चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर अपनी शिकायत को दर्ज करवा कर या फिर निकटतम पुलिस विभाग की साइबर क्राइम थाने में अपने अभिभावक के साथ जाकर लिखित शिकायत को दर्ज करवाते हुए अपने साथ होने वाले किसी भी गलत आचरण या साइबर फ्रॉड की जांच पड़ताल करवा सकते हैं।
कार्यशाला में सभी शिक्षार्थियों ने हर्षोल्लास के साथ प्रतिभाग करते हुए बाल मन की सभी जिज्ञासाओं का समाधान पाकर अपनी सुरक्षा स्वयं करने का एकजुटता से संकल्प लिया।
कार्यशाला समापन के अवसर पर विद्यालय प्रबंधन ने मासूम बेटियों व नारी अस्मिता की सुरक्षा के लिए अनवरत रूप से संचालित संस्था के सार्थक प्रयासों की सराहना करते हुए उपस्थित संस्था सदस्यों को शिक्षार्थियों के करतल ध्वनि के बीच सम्मानित किया।
कार्यशाला का सफल संचालन वरिष्ठ संयोजिका मृदुला अग्रवाल एवं अर्चना अग्रवाल ने संयुक्त रूप से किया एवं महिला हेल्पलाइन के अनुशासन निगरानी प्रभारी सौरभ अवस्थी ने सभी के प्रति आभार ज्ञपित किया।
आत्म रक्षा कार्यशाला में प्रमुख रूप से रिया निगम, प्रिया निगम एवं विद्यालय की अध्यापिकाएं निधि गुप्ता, साधना त्रिपाठी, शिवानी देवकर, मधु वर्मा, छाया पाठक, साक्षी गर्ग, उमा सिंह, श्वेता भटनागर, नूपुर मेहरा, ऋतु सिंह, मधु श्रीवास्तव, अनिल का सहयोग एवं योगदान सराहनीय रहा।