June 19, 2025

राष्ट्र की परम्परा

हिन्दी दैनिक-मुद्द्दे जनहित के

पखवारे भर संघ चुनाव में व्यस्त रहे सफाईकर्मी, साफ-सफाई प्रभावित

जिम्मेदारों ने कहा जांच बाद होगी कार्यवाही

संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)l जिले में दायित्व निर्वहन को लेकर अधिकारी-कर्मचारी कितने गम्भीर हैl इसका अंदाजा हाल ही मे सम्पन्न हुए उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के चुनाव से लगाया जा सकता हैl चुनाव में बकायदे सहायक विकास अधिकारी (पंचायत), खण्ड विकास अधिकारी से लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी को सहयोग पत्र देकर विभिन्न तिथियों ( हैंसर बाजार नामांकन 22 दिसंबर 2023 , मतदान 26 दिसंबर 2023 , नाथनगर नामांकन 22 दिसंबर 2023, मतदान 27 दिसंबर 2023, पौली नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 29 दिसंबर, खलीलाबाद नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 30 दिसंबर, बघौली नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 02 जनवरी 2024, सेमरियावा नामांकन 22दिसंबर, मतदान 4 जनवरी, बेलहर कला नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 9 जनवरी, सांथा नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 11 जनवरी तथा मेंहदावल नामांकन 22 दिसंबर, मतदान 10 जनवरी 2024) मे जनपद के सभी ब्लाको के ब्लाक अध्यक्ष से लेकर नामांकन/मतदान जनपद मुख्यालय पर जिलाध्यक्ष पद का चुनाव संपन्न हुआ और अठारह सफाईकर्मियो (सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, बनवारी पाल हैंसर बाजार, राम किशुन मौर्य, सीताराम नाथनगर, कुलदीप कुमार मौर्य, चन्दगी राम, पौली, सदानंद चौधरी, विजय यादव खलीलाबाद, बीरेंद्र कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार बघौली, मनोज कुमार चौहान, मुक्ति नाथ सेमरियावा, अनिरुद्ध सिंह, मिठ्ठू लाल मेहदावल ” बाल किशन, विजय कुमार बेलहर कला व दिलीप कुमार चौधरी, राम दयाल सांथा द्वारा संघ का चुनाव अधिकारी बनकर नामांकन तिथि से लेकर मतदान तिथि तक जिम्मेदारी निभायी गयी। वही हैंसर बाजार के 226 सफाईकर्मी, नाथनगर के 253, बघौली के 23, सेमरियावा के 201, मेहदावल के 161, बेलहर कला के 122, सांथा के 113, खलीलाबाद के 271 एवं पौली के 100 कुल 1683 सफाईकर्मियो के सापेक्ष मेहदावल के 160, सेमरियावा के 196 की तरह अन्य ब्लाको के कुछ सफाईकर्मियो के अलावा शेष सफाईकर्मियो द्वारा मतदान किया गया। सूत्रो के मुताबिक चुनावी प्रक्रिया ड्यूटी छोड़ कर किया गया। जिससे सफाई कार्य भी प्रभावित हुआl लेकिन जिले के जिम्मेदार सक्षम अधिकारियो के उदासीनता के भेंट चढ़ गई सफाई व्यवस्था।
ऐसे मे सवाल उठता है कि क्या सफाई कर्मचारी लोक सेवक आचरण नियमावली के अंतर्गत नही आते है? सवाल यह भी उठता है कि क्या संघ द्वारा इनकी नियुक्ति करते हुए तनख्वाह दिया जाता है? यही नही सवाल के उठते इस क्रम मे यह भी सवाल उठता है कि अगर लोक सेवक आचरण नियमावली के अंतर्गत सफाई कर्मी आते है तो ड्यूटी से मुंह मोड़ कर एक, दो, चार नही लगभग पन्द्रह दिनों से अधिक दिनो तक चुनाव में व्यस्त सफाईकर्मियो के विरुद्ध लोक सेवक आचरण नियमावली उल्लघंन मे कोई कार्यवाई क्यो नही की गयी? ड्यूटी छोड़ कर संघ चुनाव मे लोक सेवक आचरण नियमावली के किस अधिनियम के तहत हिस्सा लेने का अधिकार है ?
हालांकि लोक सेवक आचरण नियमावली के नियम 3 सामान्य (1) के तहत प्रत्येक सरकारी कर्मचारी सभी समयो मे परम सत्यनिष्ठा तथा कर्त्तव्य परायणता से कार्य करता रहेगा। ( 2 ) प्रत्येक सरकारी कर्मचारी सभी समयो पर व्यवहार तथा आचरण को विनियमित करने वाले विशिष्ट या अंतर्निहित शासकीय आदेशो के अनुसार आचरण करेगा।
उक्त प्रश्नों के उत्तर में डीपीआरओ अविनाश कुमार ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया सही है वे चुनाव लड़ सकते है।
वहीं मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार ने कहा कि प्रकरण की जांच कराई जायेगी कि क्या ड्यूटी छोड़ कर चुनाव लड़ा गया है या ड्यूटी के उपरान्तl
इस संबंध में जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर ने कहा कि प्रकरण को संज्ञान मे लिया जायेगा जैसा होगा कार्यवाही की जाएगी।