पटना (राष्ट्र की परम्परा डेस्क)बिहार के किसानों और बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए राहत की बड़ी खबर है। राज्य में जल संसाधन और सिंचाई क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने तीन नये बराज (Barrages) बनाने की मंजूरी दे दी है। इनमें दो बराज बागमती नदी पर और एक बराज महानंदा नदी पर बनेगा। इस फैसले से बिहार न सिर्फ सिंचाई के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होगा, बल्कि बाढ़ प्रबंधन और जल संरक्षण में भी मजबूत कदम रखेगा।
✅ दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक में हरी झंडी
नई दिल्ली में केंद्रीय जल आयोग की परियोजना मूल्यांकन समिति की उच्च स्तरीय बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली। तय हुआ कि बागमती नदी पर ढेंग और कटौंझा, जबकि महानंदा नदी पर तैयबपुर में बराज बनाए जाएंगे।
✅ चार प्रमुख नदियों पर दूसरा बराज
बिहार की चार बड़ी नदियों पर दूसरे बराज के निर्माण का निर्णय भी लिया गया है –
कोसी नदी पर डागमारा
गंडक नदी पर अरेराज
बागमती नदी पर ढेंग और कटौंझा
महानंदा नदी पर तैयबपुर
इसके साथ ही सकरी नदी (बकसोती), मसान नदी और अवसाने नदी पर भी बराज निर्माण की योजना आगे बढ़ रही है।
✅ पुराने बराजों का आधुनिकीकरण भी होगा
नये प्रोजेक्ट्स के साथ-साथ मौजूदा बराज और नहर प्रणाली को अपग्रेड करने पर भी जोर दिया जा रहा है। इसमें –
कमला नहर प्रणाली का उन्नयन
सोन नदी पर इन्द्रपुरी बराज का आधुनिकीकरण
नाटा वीयर को बराज में बदलने की योजना
विशेषज्ञों का मानना है कि नये बराजों के निर्माण से –
सिंचाई क्षमता में भारी बढ़ोतरी होगी
बाढ़ नियंत्रण को नई मजबूती मिलेगी
जल संरक्षण में बड़ी उपलब्धि मिलेगी
उत्तर बिहार के लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलेगा
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