
संत कबीर नगर (राष्ट्र की परम्परा)। जिले में पशुओं को खुरपका-मुंहपका (एफएमडी) रोग से बचाव के लिए बुधवार को एफएमडी टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया गया। जिलाधिकारी आलोक कुमार ने कलेक्ट्रेट परिसर से टीकाकरण वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर पशुपालन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की उपस्थिति रही।जिलाधिकारी श्री कुमार ने अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पशुओं का स्वास्थ्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। सरकार की मंशा है कि रोगमुक्त पशुधन से दुग्ध उत्पादन बढ़े और पशुपालकों की आय में इजाफा हो। एफएमडी जैसी संक्रामक बीमारियों से समय रहते बचाव जरूरी है, ताकि पशुपालकों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेश कुमार तिवारी ने जानकारी दी कि एफएमडी (फुट एंड माउथ डिजीज) एक संक्रामक बीमारी है, जो खुरपका व मुंहपका के रूप में पशुओं को प्रभावित करती है। यह रोग पशुओं की कार्यक्षमता व दूध उत्पादन को बुरी तरह प्रभावित करता है।उन्होंने बताया कि यह टीकाकरण अभियान जिले के सभी विकास खंडों में आगामी 45 दिनों तक चलेगा। इसके अंतर्गत गाय, बैल, भैंस, बकरी आदि पशुओं को एफएमडी से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे। टीमें गांव-गांव जाकर टीकाकरण कार्य करेंगी। उन्होंने पशुपालकों से अपील की कि वे अपने पशुओं का टीकाकरण अवश्य कराएं।इस अवसर पर पशुपालन विभाग की ओर से वाहनों में आवश्यक वैक्सीनेशन सामग्री लोड कर क्षेत्रीय टीमों को रवाना किया गया। सभी विकास खंडों में स्थानीय पशु चिकित्सकों एवं सहयोगी कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।कार्यक्रम में पशु चिकित्सा अधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, एआई तकनीशियन सहित बड़ी संख्या में विभागीय कार्मिक मौजूद रहे। अभियान की मॉनीटरिंग जिला स्तर से की जाएगी ताकि सभी पशु चिह्नित कर समय पर टीकाकृत किए जा सकें।
