

ऐसी लागी लगन उद्योग पति/प्रापर्टी कारोबारी दुबे स्टेट ने महज 10 माह में करा दिए भव्य मां काली मन्दिर का निर्माण ग्रामीणों से भी मिला सहयोग


भाटपार रानी /देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)  बताते चलें कि भाटपार रानी तहसील क्षेत्र के बनकटा विकाश खण्ड क्षेत्र स्थित जगन चक ग्राम के मूल निवासी एवं नाला सोपाड़ा मुंबई में अपना कारोबार स्थापित कर चुके जगन चक ग्राम निवासी जो दुबे स्टेट के नाम से जाने जाते हैं उनका मां काली में ऐसा भक्ति एवं लगन लगा कि उन्होंने करा दिए भाटपार रानी तहसील क्षेत्र स्थित बनकटा विकाश खण्ड के अपने मूल ग्राम में भव्य काली मन्दिर का निर्माण स्थानीय लोगों ने भी दिए अपने सहयोग।
बताया जाता है कि मुम्बई में रहने वाले दुबे स्टेट के द्वारा अपने बनकटा विकाश खण्ड क्षेत्र से यदि कोई भी इस परिवार से कोसों दूर मुम्बई में यदि सहयोग की उम्मीद किया जो इनके कानों तक बात आई उसे कभी भी निराश नहीं होने दिया गया है इनके द्वारा। बताते हैं कि इलाके के लोग को किराए भाड़े एवं वस्त्र भेंट कर भी इनके द्वारा बिना जाति धर्म पूछे वहां से बनकटा क्षेत्र के लोगों की मदद कर घर भेज दी जाती रही हैं। बिना किसी अपेक्षा के अब भी वावजूद इतने के इस परिवार के लोग अभितक अपने मूल भूमि पूर्वजों की धरती से से इतना प्रेम करते हैं कि इनका लगाव देखते ही बनता है जो अपने मूल मिट्टी की खुशबू से बखूबी जुड़े रहे हैं जो जुड़ाव आज भी जारी है।
इसी के फल स्वरूप अब इनके द्वारा अपने खुद के प्रेरणा स्रोत माता काली के भव्य एवं दिव्य मन्दिर का निर्माण भी महज 10 माह में ही पूर्ण करा कर मूर्ति स्थापना के मुहूर्त समय 12,30 pm पर मूर्ति की स्थापना अपने तय समय के मुताबिक कर दी गई है।
बताते चलें कि मूर्ति स्थापना के उद्देश्य से ही  माता काली प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ सुरु किया गया था जो पूर्ण होने के साथ ही स्थापना संपन्न हुई है।
लोगों का यह भी कहना है की पूरे बनकटा विकाश खण्ड क्षेत्र का अब तक का यह सबसे भव्य एवं दिव्य काली मन्दिर बन कर तैयार है जहां यज्ञ के उपरांत अब मूर्ति की स्थापना की गई है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पूरे क्षेत्र में इकलौता भव्य काली मन्दिर है जो ऐसा और कहीं नहीं है अब यज्ञ के जरिए मां काली के मूर्ति की स्थापना हो चुकी है। वहीं इस अवसर पर पूरे क्षेत्र के लोगों को आमंत्रित कर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है।भंडारा दोपहर 2 बजे से सुनिश्चित है, तत्पश्चात भजन और महाप्रसाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
वहीं शाम 4:00 से लोगों के आगमन तक भंडारा आयोजित है।


 
                                    