
नयी दिल्ली राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस साल 2014 का चुनाव हारी, फिर 2019 का भी लोकसभा चुनाव हारी, 2019 में तो खुद राहुल गांधी भी अपनी पैतृक सीट अमेठी से चुनाव हार गये थे। 2024 में फिर से ऐसा हश्र नहीं हो इसके लिए राहुल गांधी लगातार मेहनत कर रहे हैं। इस क्रम में वह आजकल भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों के मन में सवाल था कि चूंकि अब गांधी परिवार के पास कांग्रेस अध्यक्ष पद नहीं है तो राहुल गांधी का क्या होगा? ऐसे लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि राहुल को अब वह भूमिका देने की तैयारी कर ली गयी है जो उन्हें 2014 और 2019 में नहीं मिली थी। जी हाँ, यह भूमिका है कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की। हाँ, यह भूमिका है कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की। राहुल गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा खुद कांग्रेस अध्यक्ष ने की है। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में वैसे तो अभी काफी समय है लेकिन विभिन्न दलों ने अपनी चुनावी तैयारी अभी से शुरू कर दी है।
कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में मल्लिकार्जुन खडगे ने एक तरह से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करते हुए कहा है कि कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में गैर भाजपाई सरकार देगी। खडगे का यह ऐलान काफी महत्व रखता है क्योंकि उन्होंने राहुल के नेतृत्व में सरकार बनाने का वादा ऐसे समय किया है जबकि अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, के. चंद्रशेखर राव और नीतीश कुमार जैसे कई मुख्यमंत्री भी खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार माने हुए हैं।
भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए उन पर “हर दिन झूठ फैलाने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह झूठ लंबे समय में “देश को बर्बाद” कर सकता है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए खडगे ने कहा, “अगर कोई गैर भाजपाई सरकार लाएगा तो राहुल गांधी के नेतृत्व में, कांग्रेस के नेतृत्व में हम यह करेंगे।” अब देखना होगा कि गैर भाजपाई सरकार राहुल के नेतृत्व में लाने के वादे पर अन्य विपक्षी दलों के नेता क्या कहते हैं। हम आपको बता दें कि खडगे एक और राहुल को प्रधानमंत्री बनाने के सपने देख रहे हैं तो दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यूपीए में शामिल एमके स्टालिन के साथ चेन्नई में चर्चा कर आगे की रणनीति तय करने वाली हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर राहुल को कांग्रेस किसके बलबूते प्रधानमंत्री बनायेगी?
कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को भारी संख्या में युवाओं का समर्थन मिल रहा है क्योंकि मोदी 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए दो करोड़ नौकरियों के वादे को पूरा करने में विफल रहे हैं। खडगे ने कहा कि गुजरात चुनाव की घोषणा में विलंब हुआ क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी को मोरबी में गिरे पुल जैसे और पुलों का उद्घाटन करना है। जनसभा को संबोधित करने के अलावा खडगे हैदराबाद में ‘नेकलेस रोड’ पर इंदिरा गांधी की प्रतिमा स्थल पर आयोजित नुक्कड़ सभा में भी शामिल हुए। चारमीनार इलाके में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राहुल गांधी, अन्य नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ के साथ नेकलेस रोड पर पहुंचे थे जिसके कुछ मिनटों बाद खडगे भी मंच पर पहुंचे और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। नुक्कड़ सभा में भारी भीड़ देखी गई और जो लोग मंच के करीब पहुंचने में असमर्थ थे उनके लिए बड़ी स्क्रीन लगाई गई थीं जिससे वह दूर से इस कार्यक्रम को देख सकें।
बॉलीवुड अभिनेत्री पूजा भट्ट आज हैदराबाद में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। उन्होंने राहुल गांधी के साथ कुछ दूर पदयात्रा की। पूजा भट्ट इस यात्रा में हिस्सा लेने वाली पहली बॉलीवुड सेलेब्रिटी हैं। उन्हें यात्रा में राहुल के साथ पैदल चलते समय बातचीत करते हुए भी देखा गया। उल्लेखनीय है कि पूजा विभिन्न मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी मुखर रही हैं। उन्हें राहुल के साथ तेज गति से पैदल चलते देख यात्रा मार्ग में मौजूद लोग काफी खुश नजर आए। भारत जोड़ो यात्रा बुधवार को हैदराबाद सिटी स्थित बालानगर मेन रोड के एमजीबी बजाज शोरूम से शुरू हुई।
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