
नईदिल्ली एजेंसी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया कि चीन के सैनिकों के द्वारा अतिक्रमण की कोशिश की जा रही थी। इसके बाद भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और उन्हें वापस खदेड़ भेजा। हालांकि, इस झड़प को लेकर देश की राजनीति जबरदस्त गर्म है। संसद में भी यह मामला उठाया गया है और विपक्ष चर्चा की मांग कर रहा है। इसके अलावा विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी जवाब मांगा जा रहा है। वहीं, कांग्रेस ने एक जबरदस्त दावा किया है। कांग्रेस ने कहा है कि चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि मोदी के गुजरात हारने से चीन को नुकसान होगा। इसके साथ ही कांग्रेस ने इस पर प्रधानमंत्री मोदी से जवाब मांगा है।
कांग्रेस ने अपने उसी पोस्टर में लिखा कि पीएम मोदी का चीन से यह कैसा रिश्ता है? इसके बाद लिखा #JawabDoModi। दूसरी ओर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि भारत और चीन के बीच अप्रैल 2020 से जो तनाव चल रहा है उस पर संसद में एक बार भी चर्चा नहीं हुई है। हमारे जांबाज सिपाही चीन को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं मगर चीन सरहद पर क्यों तनाव बढ़ा रहा है, इस पर संसद में व्यापक चर्चा की जरूरत है। मैंने इसलिए कल भी काम रोका प्रस्ताव दिया था और आज भी काम रोको प्रस्ताव दिया है और इस विषय को लोकसभा में उठाएंगे।
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर लिखा कि 16 जून 2020 को चीनी सैनिकों के साथ झड़प में हमारे 20 बहादुर जवान शहीद हुए। हमारे जवानों ने भी बहादुरी से उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। बड़ी संख्या में चीनियों को मार गिराया। 20 जून 2020 को PM ने चीन को Clean Chit देकर कहा-“न कोई हमारी सीमा में घुसा और न ही कोई घुसा हुआ है।” इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि मैं जो आपसे कहना चाहता हूँ वो मेरे नहीं देश की जनता के सवाल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आप 2014 के बाद 18 बार शी जीनपिंग से मिले हैं। 16 बार Military Talks हुई है। ये बताइए कि क्या चीन अप्रैल 2020 से पहले के Status Quo Ante को क्या मानने को तैयार नहीं है?
हमारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री सभी वहाँ जाते रहते हैं। इसके बावजूद चीन किस अधिकार से उस इलाक़े में घुसपैठ करना चाहता है? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश की ओर से हम चाहते हैं कि सारी स्तिथि स्पष्ट हो। भारत की धरती पर क़ब्ज़ा हम किसी को नहीं करने देंगे। पूरा देश इस विषय पर एकजुट है। पर आपको देश को साफ़ – साफ़ बताना पड़ेगा। गलवान में शहीद हमारे जवानों के लिये, सारे तथ्य बताने चाहिए।
More Stories
महिला पुरस्कारों की गरिमा और निष्पक्षता पर उठते प्रश्न
यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन का भविष्य
महिला दिवस पर महिलाओं को 2500 रूपये की आर्थिक सौगात