अब बिहार बदलेगा, भरोसे की राजनीति लौटेगी” — सहरसा से चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए बोले तेजस्वी यादव
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में ऐलान के बाद तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को सहरसा से चुनाव प्रचार का बिगुल फूंक दिया। रैली से पहले पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि “हमारी राजनीति झूठ नहीं, भरोसे की राजनीति है। जनता अगर मौका देगी, तो बिहार चिंता मुक्त हो जाएगा।” सहरसा की जनसभा में उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार दोनों पर सीधा हमला बोलते हुए “बिहार के स्वाभिमान और परिवर्तन” का नारा बुलंद किया।
सहरसा (राष्ट्र की परम्परा डेस्क) में आयोजित विशाल जनसभा में तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“गुजरात के दो लोग बिहार को चलाने की कोशिश कर रहे हैं। मोदीजी गुजरात में फैक्ट्री लगाते हैं, लेकिन बिहार से वोट मांगते हैं। अब ऐसा नहीं चलेगा। हम बिहारी हैं, बाहरियों से नहीं डरते। अगर लालूजी मोदी से नहीं डरे तो उनका बेटा भी नहीं डरेगा।”
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तेजस्वी ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि 20 साल से चली आ रही सरकार को बदलने का। उन्होंने कहा, “हम सिर्फ सरकार बनाने नहीं आए हैं, बल्कि बिहार को बदलने आए हैं — ऐसा बिहार जहां हर धर्म, जात और वर्ग के लोग साथ चलें, जहां अपराध और भ्रष्टाचार का अंत हो, जहां रोजगार, निवेश और उद्योग की बयार बहे।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने बिहार की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि “आज बिहार के लोग पढ़ाई, दवाई और कमाई — तीनों के लिए बाहर जा रहे हैं।” उन्होंने नीतीश कुमार और मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि “20 साल मुख्यमंत्री और 11 साल प्रधानमंत्री रहने के बावजूद बिहार पिछड़ा ही रह गया है, बेरोजगारी सबसे अधिक है और पलायन थमने का नाम नहीं ले रहा।”
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तेजस्वी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, “जब हमारी सरकार 17 महीने के लिए बनी थी, तब हमने 5 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी, 3 लाख नई भर्तियों की प्रक्रिया शुरू की और 4 लाख शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिया। हमने जुमलेबाजी नहीं की, जो कहा वो किया — और जो कहेंगे, वो जरूर करेंगे।”
उन्होंने अंत में जनता से अपील की —
“बस हमें एक मौका दीजिए, भरोसा कीजिए — बिहार बदलेगा, युवाओं का सपना साकार होगा।”
