देवरिया के एक प्रतिष्ठित महाविद्यालय के छात्रों ने बिना अनुमति के फ्रेशर पार्टी आयोजित कर सोशल मीडिया पर मचाई सनसनी, कॉलेज प्रशासन ने कहा— “यह अमर्यादित कृत्य संस्थान की छवि को धूमिल करने वाला है।”
देवरिया (राष्ट्र की परम्परा)सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने जिले के एक प्रतिष्ठित डिग्री कॉलेज की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, कॉलेज के कुछ छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर के बाहर एक मैरेज हॉल में ‘फ्रेशर पार्टी’ के नाम पर भोजपुरिया गीतों पर फूहड़ डांस किया। वीडियो में महाविद्यालय के नाम का बैनर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है, जबकि कॉलेज प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी।
कॉलेज प्रशासन के अनुसार, 06 अक्टूबर 2025 को ही नोटिस जारी कर छात्रों को चेतावनी दी गई थी कि परिसर के बाहर किसी भी प्रकार के कार्यक्रम में भाग लेने से पूर्व अनुमति आवश्यक है। बावजूद इसके कुछ छात्रों ने नियमों की अनदेखी करते हुए आपत्तिजनक कार्यक्रम आयोजित किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
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🎓 प्राचार्य ने जताई कड़ी नाराज़गी
कॉलेज प्रशासन ने इस घटना को “अत्यंत शर्मनाक, लज्जाजनक और पीड़ादायक” बताया है। प्राचार्य ने कहा कि यह कदम न केवल महाविद्यालय की छवि को नुकसान पहुँचाने वाला है, बल्कि छात्रों के अनुशासन पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
प्राचार्य के मुताबिक, वायरल वीडियो में दिख रहे बी.ए. द्वितीय वर्ष के कुछ छात्र पहले भी गैर-अनुशासनात्मक गतिविधियों में शामिल रहे हैं, जिन्होंने नए छात्रों को गुमराह करने की कोशिश की।
⚖️ गठित हुई दो जांच समितियाँ
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कॉलेज स्तर पर दो अलग-अलग जांच समितियाँ गठित की गई हैं।
पहली समिति में डॉ. वाचस्पति द्विवेदी, डॉ. शैलेन्द्र राव, डॉ. अशोक कुमार सिंह और डॉ. अरविन्द कुमार शामिल होंगे।
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दूसरी समिति प्राक्टोरियल बोर्ड की होगी, जो छात्र अनुशासन और परिसर मर्यादा पर रिपोर्ट तैयार करेगी।
प्रशासन ने साफ किया है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
🚫 धरने और तालाबंदी का भी जिक्र
सूत्रों के अनुसार, कॉलेज में फ्रेशर पार्टी की अनुमति पहले नियमित रूप से देने से इंकार किया गया था, लेकिन छात्रों के आग्रह पर कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दी गई थी। इसके बाद भी छात्रों ने अचानक धरना और तालाबंदी कर दी।
प्राचार्य, एनसीसी अफसर और अन्य कर्मचारी कई घंटों तक कमरे में बंद रहे। ऐसा माना जा रहा है कि यह दूसरा धरना फूहड़ डांस पर कार्रवाई रोकने के दबाव के लिए आयोजित किया गया।
🔍 प्रशासन ने कहा— “जांच के बाद सख्त कार्रवाई तय”
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि किसी भी बाहरी स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में संस्थान का नाम और बैनर इस्तेमाल करना पूर्णतः अनुचित और भ्रामक है।
प्राचार्य ने कहा, “यह कॉलेज की गरिमा के विपरीत कृत्य है। ऐसे किसी भी कार्यक्रम को हमारी स्वीकृति नहीं थी। दोषियों पर कार्रवाई निश्चित है।”
