

भाटपार रानी /देवरिया (राष्ट्र की परम्परा )देवरिया व बलिया जिले के कुछ हिस्से को मिला कर बनाए गए लोक सभा क्षेत्र सलेमपुर में आने वाले जनता जनार्दन /मतदाता का सब्र अब जवाब देने लगा है। एक ओर जहां तमाम खबरे जगह जगह से वर्तमान सत्ता पक्ष के प्रत्यासी के जनता द्वारा विरोध करने की लगातार वायरल हो रही हैं वहीं सत्ता पक्ष पर अब अपना प्रत्याशी बदले जाने के दबाव बढ़ते हुए दिखाई देते नजर आ रहे हैं।
अगर हम विगत 10 वर्षों से दोनों जिलों के ही जनता के मुद्दों को देखें तो सलेमपुर लोक सभा क्षेत्र के कुछ हिस्सों में महज सड़क खराब होने को ले कर वर्तमान सांसद सलेमपुर के विरुद्ध जगह–जगह लोग स्त्री पुरुष महिला एवं आम जनता सड़क पर उतर कर अपने सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र से लगातार सत्ता पक्ष सांसद रहे प्रत्यासी को तीसरी बार प्रत्यासी बनाए जाने को लेकर जनता सड़क पर उतरकर सवाल पूछते नजर आ रही है। जिसमें कहीं सड़क, कहीं अस्पताल, तो कहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कहीं रेलवे स्टेशन पर ट्रेन ठराव, तो कहीं पशु चिकित्सालय में लगातार तीन वर्षों से डॉक्टर नहीं होने, कहीं हाल फिलहाल बने करोड़ों की लागत वाले सड़क के उखड़ जाने जैसे की सोहनपुर, बनकटा होते हुए अहिरौली बघेल रतसिया कोठी मार्ग, 32 बेड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटा भुंडवार में महिला चिकित्सक एवं पुरुष चिकित्सक नहीं होना यहां इमरजेंसी इलाज अथवा ओपीडी इलाज नहीं होना। पशु चिकित्सालय बनकटा भुडवार पर विगत 3 वर्षों से डॉक्टर नहीं होना, बनकटा में रेलवे स्टेशन होते हुए मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव बंद किया जाना। प्रमुख कारण हैं कुल मिला कर देखें तो सूत्रों का कहना है जनता के बीच अब भारी आक्रोश है और इस आक्रोश को पढ़ पाने/समझने में सत्ता पक्ष के लोग एवं जनप्रतिनिधि नाकाम रहे हैं जो कि विगत 10 वर्षों से जनता के मुद्दों पर इधर उधर ध्यान भटकाते रहे हैं जनता भी यह उम्मीद लगाए बैठी थी कि अब आने वाले समय में जनता के हित में काम नहीं करने वाले जनप्रतिनिधियों के टिकट बदले जाएंगे तब फिर कुछ भला हो किंतु ऐसा ना होते देख जनता का सब्र जवाब दे गया है। देखा जाए तो जगह-जगह लोग क्षेत्र एवं स्वयं की उपेक्षा से आहत होकर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिए हैं। जो यह बता रहा है कि वर्तमान लोक सभा चुनाव में अब मतदाता यहां किसी पार्टी अथवा बड़े नेता के नाम पर मतदान कर चुनाव बाद क्षेत्र की उपेक्षा झेलने के मूड में अब कत्तई नहीं हैं।
More Stories
कार की साइड लगने को लेकर कांवड़ियों और ग्रामीणों में झड़प, कार में तोड़फोड़ व मारपीट
ग्राम सकत में युवक ने फांसी लगाकर दी जान, पांच वर्षों में परिवार में सातवीं आत्महत्या से गांव में सनसनी
प्रोफेसर की हरकत से विश्वविद्यालय की छवि धूमिल!