उतरौला ,बलरामपुर(राष्ट्र की परम्परा) चालीस वर्ष पहले बने सोलिंग पर आवागमन करते ग्रामीण। अथक प्रयास करने के पश्चात भी नहीं बना सड़क। अपनी दुर्दशा पर आशु बहाते ग्रामीण।
विकास खण्ड उतरौला अंर्तगत एक ऐसा भी गांव है जहां आज तक सीसी रोड या डामर सड़क पर चलने को तरस रहे हैं ग्रामीण। पिपरा राम मार्ग से एक सड़क ईंट की बहुत पुरानी बढ़या जो कि ग्राम पंचायत तिलखी का एक मजरा है को जोड़ती हैं। किंतु बाढ़ प्रभावित गांव होने से बाढ़ आ जाने से अपनी जान जोखिम में डाल कर आवागमन करते है ग्रामीण। हर चुनाव में ग्रामीण प्रचार में आए नेताओ जनप्रतिनिधियो से अपनी समास्या बताते नहीं थकते लेकिन चुनाव संपन्न होने पर फिर वहीं तारीख पर तारीख जारी होती हैं फलस्वरूप आज तक इन ग्रामीणों को सड़क नहीं मिल पाई। जहां स्मार्ट गांव बनाने का सपना भारत के प्रधान मंत्री देख रहे हैं वहीं ऐसे गांव हैं जहां विकास कभी पहुंचा ही नहीं। ग्रामीण कन्हैया लाल, किशुन, मोहम्मद कैयूम, बंसी धर निषाद, अशर्फी लाल प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि उतरौला रजवाहा नहर पुल से बढ़या तक तो खड़ंजा लगा हुआ है और नगरिया तक सिर्फ़ कच्ची सड़क होने से मामूली वारिश में कई लोग चोटिल हो चुके है। सासन प्रशासन से ग्रामीणों ने सड़क बनवाने की मांग की है।
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